नई दिल्ली: भारत ने पिछले दिनों बांग्लादेश, नेपाल समेत कई देशों को कोरोना टीके की खुराकें भेजी हैं। कोरोना काल के इस दौर में भारत लगातार वैक्सीन के जरिए से दुनियाभर के देशों की मदद कर रहा है। अब भारत ने फरवरी महीने में कमर्शियल बेसिस पर 25 देशों को दो करोड़ 40 लाख टीके सप्लाई करने का फैसला लिया है। इस पूरे मामले से वाकिफ सूत्रों ने बताया कि पिछले महीने (जनवरी) में भारत ने एक करोड़ पांच लाख वैक्सीन की डोज अन्य देशों को दी थीं। इस महीने भेजी जाने वाली वैक्सीन पिछले महीने की तुलना में दोगुने से भी अधिक है। केंद्र सरकार ने पिछले महीने कहा था कि विदेश मंत्रालय अंतरराष्ट्रीय देशों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों को कमर्शियल आधार पर वैक्सीन के एक्सपोर्ट की देखरेख करेगा।
भारत ने 20 देशों को सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) द्वारा निर्मित ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका वैक्सीन की एक करोड़ 60 लाख खुराकें भेजी हैं। इसमें बांग्लादेश, म्यांमार, भूटान, नेपाल, अफगानिस्तान, श्रीलंका, बहरीन, ओमान, बारबाडोस और डोमिनिका जैसे 13 देशों में लगभग साठ लाख खुराकों की हुई सप्लाई भी शामिल है। ब्राजील, मोरक्को और दक्षिण अफ्रीका सहित सात देशों में कमर्शियल आधार पर लगभग एक करोड़ से अधिक कोरोना टीके की डोज भेजी गई हैं। फरवरी के लिए विदेश मंत्रालय द्वारा बनाई गई योजनाओं के अनुसार, एसआईआई को सऊदी अरब, ब्राजील, मोरक्को, म्यांमार, नेपाल, निकारागुआ, मॉरीशस, फिलीपींस, सर्बिया, यूएई और कतर सहित 25 देशों को कमर्शियल आधार पर दो करोड़ 40 लाख खुराकों की सप्लाई करने के लिए कहा गया है।
सरकारी अधिकारी ने बताया कि 25 देशों वाली इस सूची में कनाडा का नाम नहीं है, जिसने हाल ही में दस लाख वैक्सीन के डोज मांगे थे। कनाडा की मंत्री अनीता आनंद को इस सप्ताह उस समय शर्मनाक क्षणों का सामना करना पड़ा था, जब एक नेता ने उनसे पूछ लिया था कि क्या उनकी सरकार ने कोरोना के टीके के लिए नई दिल्ली से बात की है? इस सवाल का वे जवाब नहीं दे सकी थीं। वायरल हुए वीडियो में, उन्होंने सांसद को जवाब दिया था कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन नहीं किया है, लेकिन उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि क्या सरकार से किसी अन्य मंत्री ने भारत सरकार से इसके लिए बात की है या नहीं। बता दें कि कनाडा की जस्टिन ट्रूडो सरकार ने सितंबर 2021 तक सभी लोगों के टीकाकरण का लक्ष्य रखा है। हालांकि, विपक्षी उन पर कमी होने का आरोप लगा रहे हैं, जिसकी वजह से वे दबाव में हैं। कनाडा में अब तक 810797 कोरोना के मामले मिल चुके हैं।