अफगानिस्तान (Afghanistan) में तालिबान (Taliban) कब्जे के बाद अब ISIS पूरी तरह से एक्टिव हो गया है। ISIS-के न सिर्फ शिया समुदाय (Shia Muslims) को टारगेट कर धमाके कर रहा है, बल्कि खुलेआम इस समुदाय के कत्लेआम की चुनौती दे रहा है। उसने कहा है कि शिया मुसलमान (Shia Muslims) जहां भी होंगे, उन्हें ढूंढकर मारेगा। इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (ISIS) या दाएश ने एक बयान में कहा कि शिया मुसलमान (Shia Muslims) खतरनाक हैं और उन्हें हर जगह निशाना बनाया जाएगा। एक मीडिया रिपोर्ट में इस बात की जानकारी दी गई।
नई दिल्ली। अफगानिस्तान (Afghanistan) में तालिबान (Taliban) कब्जे के बाद अब ISIS पूरी तरह से एक्टिव हो गया है। ISIS-के न सिर्फ शिया समुदाय (Shia Muslims) को टारगेट कर धमाके कर रहा है, बल्कि खुलेआम इस समुदाय के कत्लेआम की चुनौती दे रहा है। उसने कहा है कि शिया मुसलमान (Shia Muslims) जहां भी होंगे, उन्हें ढूंढकर मारेगा। इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (ISIS) या दाएश ने एक बयान में कहा कि शिया मुसलमान (Shia Muslims) खतरनाक हैं और उन्हें हर जगह निशाना बनाया जाएगा। एक मीडिया रिपोर्ट में इस बात की जानकारी दी गई।
यह चेतावनी आतंकी समूह के साप्ताहिक पत्र अल-नबा (Al-Naba) ने प्रकाशित की है। खामा प्रेस ने बताया कि इसमें आगे लिखा है कि शिया मुसलमानों (Shia Muslims) को उनके घरों और केंद्रों पर निशाना बनाया जाएगा। इस बयान से खास तौर पर अफगानिस्तान (Afghanistan) में रहने वाले शिया मुसलमानों (Shia Muslims) को खतरा है।
आईएसआईएस (ISIS) ने कहा कि बगदाद से खोरासान तक हर जगह शिया मुसलमानों (Shia Muslims) को निशाना बनाया जाएगा। खामा प्रेस के अनुसार, तालिबान द्वारा देश पर नियंत्रण करने के बाद से आईएसआईएस-खुरासान(ISIS-khorasan) अब अफगानिस्तान (Afghanistan) में शांति के लिए सबसे बड़ा खतरा बना हुआ है।
अफगानिस्तान (Afghanistan) के कंधार प्रांत (Kandahar Province) में शुक्रवार को एक शिया मस्जिद में हुए एक शक्तिशाली विस्फोट के बाद यह चेतावनी दी गई, जिसमें 60 से अधिक लोगों की मौत हो गई, जबकि 80 से अधिक लोग घायल हो गए। हमले का दावा आईएस-के ने किया था। 8 अक्टूबर को अफगानिस्तान (Afghanistan) के कुंदुज में एक शिया मस्जिद (Shia Mosque) पर हुए एक और आतंकवादी हमले में 100 से अधिक लोग मारे गए और कई घायल हो गए। उत्तरी अफगानिस्तान (Afghanistan) के कुंदुज में सैयद अबाद मस्जिद (Syed Abad Mosque) में उस समय घातक विस्फोट हुआ जब स्थानीय निवासी शुक्रवार की नमाज के लिए मस्जिद में शामिल हुए।