सनातन धर्म में झाड़ू को मां लक्ष्मी का दर्जा प्राप्त है। घर में झाड़ू के रखरखाव और नया झाड़ू घर में लाने के लिए कुछ धार्मिक नियम है।
Jhadu Ke Totke : सनातन धर्म में झाड़ू को मां लक्ष्मी का दर्जा प्राप्त है। घर में झाड़ू के रखरखाव और नया झाड़ू घर में लाने के लिए कुछ धार्मिक नियम है। इन नियमों का पालन करने से घर परिवार पर पड़ रहे अशुभ प्रभाव दूर होते है और घर में मां लक्ष्मी का वास होता है। इन नियमों का पालन न करने से अनिष्ट होने का खतरा बना रहता है। जीवन में मुश्किलों का तांता लगा रहता है।
घर के किसी सदस्य के बाहर निकलने के तुरंत बाद झाड़ू कभी नहीं लगाना चाहिए। ऐसा करने से घर से बाहर निकलने वाले व्यक्ति को उसके कार्य में सफलता नहीं मिलती। इससे सुख-समृद्धि में भी कमी आती है।
झाड़ू का काम हो जाने के बाद इसे कहीं ऐसी जगह रखें, जहां दूसरों की नजर न पड़े। वास्तु के अनुसार सामने से झाड़ू दिखना अच्छा नहीं माना जाता क्योंकि यह ऑफिस या घर की सकारात्मक ऊर्जा को बाहर कर देती है इसलिए झाड़ू को खुले में न रखें।
1.वास्तु शास्त्र के मुताबिक अमावस्या के दिन घर से टूटी फूटी पुरानी झाड़ू को बाहर फेंक देना ठीक होता है। अमावस्या के दिन आप घर से झाड़ू बाहर फेंकना शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन पुरानी झाड़ू फेंकने से किसी भी प्रकार का दोष नहीं लगता है।
2.झाड़ू के ऊपर पांव रखना गलत समझा जाता है। यह माना जाता है कि व्यक्ति घर आई लक्ष्मी को ठुकरा रहा है।
3.खुले स्थान पर झाड़ू रखना अपशकुन माना जाता है।
4.भोजन कक्ष में झाड़ू न रखें अपशकुन माना जाता है।
5.झाड़ू को कभी भी खड़ी करके नहीं रखना चाहिए। यह अपशकुन माना गया है।