उत्तराखंड के जोशीमठ में तेजी से हो रहे भू-धंसाव से असुरक्षित हो चुके भवनों को गिराने का अभियान आज यानी मंगलवार से शुरू होगा।
Joshimath sinking : उत्तराखंड के जोशीमठ में तेजी से हो रहे भू-धंसाव से असुरक्षित हो चुके भवनों को गिराने का अभियान आज यानी मंगलवार से शुरू होगा। खबरों के अनुसार,सबसे पहले होटल मलारी इन और माउंट व्यू को गिराया जाएगा। इसके लिए मौके पर बुलडोजर पहुंच गया है। प्रशासन द्वारा असुरक्षित जोन घोषित क्षेत्रों को खाली करा लिया गया है। सर्वे के बाद अधिकारियों ने इन दोनों होटलों को असुरक्षित पाया। इन होटलों को थोड़ी देर में गिराने का काम शुरू होगा। मौके पर एसडीआरएफ की टीमें तैनात हैं। दोनों होटलों को एक्सपर्ट टीम की देखरेख में ध्वस्त किया जाएगा। जोशीमठ को तीन जोन में बांटा गया है, ‘डेंजर’, ‘बफर’ और ‘कंप्लीटली सेफ।’
होटल मलारी इन के मालिक ठाकुर सिंह राणा ने कहा कि यदि होटल को आम लोगों के हित में गिराया जा रहा है तो वह सरकार एवं प्रशासन के साथ है। राणा ने कहा कि होटल को गिराए जाने से पहले उन्हें नोटिस दिया जाना चाहिए था और उनकी इस संपत्ति का आंकलन होना चाहिए था। राणा ने कहा कि वह अपने होटल का प्रशासन द्वारा आंकलन चाहते हैं।
वहीं, चमोली के डीएम ने कहा है कि असुरक्षित जोन के तहत चिन्हित भवनों को खाली करा दिया गया है और इसके आसपास के बफर जोन को भी खाली कराया जा रहा है. आज सीबीआरआई, रुड़की से एक टीम यहां आएगी और वे उन भवनों की पहचान करेगी जिन्हें गिराने की आवश्यकता है और उनके मार्गदर्शन में आगे की कार्रवाई की जाएगी।
इसके पहले जिला प्रशासन ने दरकते 200 से अधिक घरों पर लाल निशान लगा दिया है। उसने इन घरों में रहने वाले लोगों को या तो अस्थायी राहत केंद्रों में या किराये के घर में जाने को कहा है। इसके लिए प्रत्येक परिवार को अगले छह महीने तक राज्य सरकार से 4000 रुपये मासिक सहायता मिलेगी।