हिंदी पंचांग के अनुसार तीसरा महीना ज्येष्ठ माह के नाम से जाना जाता है। इसे जेठ माह भी कहते है। इस महीने में गर्मी अपने चरम पर होती है।
Jyeshtha Month 2022 : हिंदी पंचांग के अनुसार तीसरा महीना ज्येष्ठ माह के नाम से जाना जाता है। इसे जेठ माह भी कहते है। इस महीने में गर्मी अपने चरम पर होती है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, इस माह में सूर्य देव की उपासना का श्रेष्ठ फल प्राप्त होता है। ज्येष्ठ माह में कई व्रत और त्योहार पड़ते हैं। इस माह में वट सावित्री, गंगा दशहरा जैसे महत्पूर्ण व्रत त्योहार पड़ते है।
जल की पूजा का ये माह है। जल संरक्षण और जल संचयन पर इस माह में विशेष कार्य किया जाता है। प्राचीन काल में ऋषि मुनियों ने पानी से जुड़े दो त्योहारों का विधान इस माह में किया है- ज्येष्ठ शुक्ल दशमी को गंगा दशहरा और ज्येष्ठ शुक्ल एकादशी को निर्जला एकादशी।
ज्येष्ठ माह के व्रत और त्योहार- 17 मई से 14 जून तक
17 मई, मंगलवार: ज्येष्ठ माह प्रारंभ, प्रतिपदा तिथि, बड़ा मंगलवार व्रत
19 मई, गुरुवार: एकदंत संकष्टी चतुर्थी
22 मई, रविवार: मासिक कालाष्टमी व्रत
26 मई, गुरुवार: अपरा एकादशी
27 मई, शुक्रवार: प्रदोष व्रत
28 मई, शनिवार: मासिक शिवरात्रि
30 मई, सोमवार: ज्येष्ठ अमावस्या, वट सावित्री व्रत, शनि जयंती
03 जून, शुक्रवार: विनायक चतुर्थी
07 जुलाई, गुरुवार: मासिक दुर्गाष्टमी व्रत
09 जून, गुरुवार: गंगा दशहरा
10 जून, शुक्रवार: निर्जला एकादशी
12 जून, रविवार: प्रदोष व्रत
14 जून, मंगलवार: ज्येष्ठ पूर्णिमा व्रत, वट पूर्णिमा व्रत