वाशिंगटन। अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जे बाइडन के सामने बहुत सारी चुनौतियां होगीं। ये बात अमेरिका की नवनिर्वाचित उप राष्ट्रपति कमला हैरिस ने कही। 20 जनवरी को बाइडन अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगे। इसके बाद ही बाइडन व्हाइट हाउस में प्रवेश कर पाएंगे। देश की कमान संभालने के बाद बाइडन के सामने बहुत सारी चुनौतियां होगीं जिससे निपटना आसान नहीं होगा। कोरोना महामारी की वजह से देश के अर्थव्यवस्था पर पड़े आर्थिक असर से निपटना पहली और सबसे बड़ी चुनौतीं होगी। कोरोना वायरस संक्रमण के कारण देश में 3 लाख 98 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
लाखों लोग आर्थिक दिक्कतों का सामना कर रहे हैं। मार्टिन लूथर किंग जूनियर की जयंती पर मनाएं जाने वाले ‘डे ऑफ सर्विस‘ के मौके पर सोमवार को एनाकोस्टिया में गैर सरकारी संगठन ‘मार्थज टेबल‘ में आयोजित कार्यक्रम में हैरिस ने पत्रकारों से कहा कि हमें बहुत सारा काम करना है। उन्होंने कहा कि मैं अमेरिका की अगली उपराष्ट्रपति के तौर पर शपथ लेने जा रही हूं। मै फख्र के साथ सिर बुलंद कर वहां जाऊंगी और शपथ ग्रहण में हिस्सा लूंगी। कमला हैरिस और उनके पति डगलस एमहॉफ सोमवार को एनाकोस्टिया में कार्यक्रम के दौरान मौजूद थे।
इस दौरान दंपति ने लोगो के लिए खाद्य सामग्री पैक की। हैरिस ने कहा, हम लोग यहां सेवा कर रहे कार्यकर्ताओं की मदद के लिए आए है। हम लोग डॉ मार्टिन लूथर किंग जूनियर को श्रद्धांजलि देते है और उनके योगदान को याद करते हैं। हैरिस पहली महिला अश्वेत और दक्षिण मूल की पहली उपराष्ट्रपति होंगी।
बता दें कि 1994 में संसद ने ‘मार्टिन लूथर किंग हॉलिडे‘ को राष्ट्रीय सेवा दिवस के रूप के तौर पर मान्यता दी थी। वर्ष 2009 में तत्कालीन नवनिर्वाचित राष्ट्रपति बराक ओबामा ने राष्ट्रीय सेवा दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में अमेरिका के सभी लोगो से इसमें हिस्सा लेने का आह्वान किया था। हर साल जनवरी के तीसरे सोमवार को मार्टिन लूथर किंग की जयंती आयोजित की जाती है। किंग ने 1950 और 60 के दशक में अश्वेतों के अधिकारों के लिए त अहिंसक प्रदर्शन किए थे।