हिंदू धर्म में भगवान विष्णु की कृपा पाने के लिए एकादशी का व्रत रखने परंपरा है। मान्यता है कि एकादशी का व्रत रखने से जीवन की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है।
Kamika Ekadashi 2023 : हिंदू धर्म में भगवान विष्णु की कृपा पाने के लिए एकादशी का व्रत रखने परंपरा है। मान्यता है कि एकादशी का व्रत रखने से जीवन की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है। सावन मास के कृष्ण पक्ष की तिथि पर पड़ने वाली एकादशी को “कामिका एकादशी” के नाम से जाना जाता है। इस बार 13 जुलाई को कामिका एकादशी का व्रत रखा जाएगा।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, कामिका एकादशी का व्रत रखने से धन, सुख, समृद्धि और आयु में वृद्धि होती है। साथ ही मोक्ष की प्राप्ति होती है। इसके अलावा इस दिन व्रत रखने से पूर्व जन्म की बाधाएं दूर होती है। धर्मग्रंथों के अनुसार, एकादशी व्रत रखने के लिए कुछ जरूरी नियमों का पालन करना पड़ता। एकादशी के दिन तामसिक भोजन का सेवन करना वर्जित है। इस दिन ब्रह्मचर्य का पालन अति आवश्यक है।
शुभ मुहूर्त
12 जुलाई शाम 5:59 बजे एकादशी तिथि का आरंभ हो रहा है। इसका समापन 13 जुलाई शाम 6:24 बजे होगा। उदय तिथि के अनुसार 13 जुलाई को कामिका एकादशी का व्रत रखा जाएगा। पारण का समय द्वादश तिथि को सुबह 5:32 बजे से लेकर 8:18 बजे तक है।
ऐसे करें पूजा
सावन मास के कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि को स्नान कर सबसे पहले भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करें, उसके बाद ही भोजन ग्रहण करें।
कामिका एकादशी के दिन पीले रंग का वस्त्र पहनना बेहद शुभ माना जाता है।
कामिका एकादशी के दिन पीले रंग के फूल, फल, दीप, धूप, चंदन अक्षत, कुमकुम, हल्दी, कमल का फूल इत्यादि चीजें समर्पित करें।
इस दिन पीले रंग के फल और मिठाईयों का भोग लगाना शुभ माना जाता।
विष्णु चालीसा का पाठ करें और आरती करें।
पूरे दिन व्रत रखने के बाद संध्याकाल में एक बार फिर आरती करें और फलहाल करें।