HBE Ads
  1. हिन्दी समाचार
  2. उत्तर प्रदेश
  3. Kannauj Case : हिस्ट्रीशीटर मुनुआ यादव के किलानुमा घर पर गरजेगा बाबा का बुल्डोजर, काटी गई बिजली, राजस्व टीम ने पूरे दिन की पैमाइश

Kannauj Case : हिस्ट्रीशीटर मुनुआ यादव के किलानुमा घर पर गरजेगा बाबा का बुल्डोजर, काटी गई बिजली, राजस्व टीम ने पूरे दिन की पैमाइश

कन्नौज जिले (Kannauj District) के छिबरामऊ  पुलिस (Chhibramau Police) पर हमले का आरोपी और हिस्ट्रीशीटर अशोक यादव उर्फ मुनुआ यादव (Historysheeter Ashok Yadav alias Munua Yadav) अब पुलिस और प्रशासन बड़ा एक्शन लेने जा रहा है।

By संतोष सिंह 
Updated Date

कन्नौज । कन्नौज जिले (Kannauj District) के छिबरामऊ  पुलिस (Chhibramau Police) पर हमले का आरोपी और हिस्ट्रीशीटर अशोक यादव उर्फ मुनुआ यादव (Historysheeter Ashok Yadav alias Munua Yadav) अब पुलिस और प्रशासन बड़ा एक्शन लेने जा रहा है। पुलिस पर हमले के बाद कानपुर के बिकरू की तरह सुर्खियों में आए धरनीधीरपुर नगरियां गांव (Dharnidhirpur Nagarian Village) पर पुलिस और प्रशासन की निगाह लगातार बनी हुई है। सिपाही सचिन की शहादत के बाद पुलिस के साथ ही प्रशासनिक अमला भी हिस्ट्रीशीटर पर कार्रवाई के लिए ठोस कदम उठाने जा रहा है।

पढ़ें :- Schools Closed : गाजियाबाद के बाद नोएडा में स्कूलों की छुट्टी, भीषण गर्मी के चलते लिया फैसला

इसके लिए बाकायदा सभी पहलुओं पर पड़ताल के साथ ही कानूनी बिंदुओं पर भी मंथन हो रहा है। यही वजह है कि वारदात के दूसरे दिन हुई पड़ताल के बाद फोरेंसिक और राजस्व विभाग (Revenue Department) की टीम ने बीते बुधवार को गांव पहुंचकर सुबूत एकत्र किए। नायब तहसीलदार भरत कुमार मौर्य, राजस्व निरीक्षक रामेंद्र सिंह, लेखपाल राजदीप सक्सेना, गजेंद्र सिंह, मनीष तिवारी, प्रीतम सिंह यादव व राजेश यादव को लेकर धरनीधरपुर नगरिया गांव पहुंच गए। टीम ने हिस्ट्रीशीटर मुनुआ यादव के घर से आधे किलोमीटर दूर दक्षिण दिशा में स्थित पुलिया से पैमाइश की शुरूआत की।

घर के सामने स्थित खेतों के अलावा उत्तर दिशा में भी पैमाइश की। लगभग दो घंटे तक चली पैमाइश के बाद टीम ने हिस्ट्रीशीटर के घर के सामने निशान लगा दिए। सामने की तरफ से देखने पर एक निशान के ऊपर 61 लिखा हुआ था। हालांकि टीम पैमाइश पूरी करने के बाद अपनी रिपोर्ट को एसडीएम (SDM) को सौंपने की बात कहते हुए यहां से चली गई।

घर के रोशनदानों में लगी थीं लोहे की खिड़कियां

हिस्ट्रीशीटर के घर में कई रोशनदान थे। जिससे वह चारों तरफ निगरानी कर सकता था। बाहर से देखने में तो यह रोशनदान खुले मालूम पड़ते हैं लेकिन अंदर से इसमें लोहे की छोटी-छोटी खिड़कियां लगी हुई हैं। सीसीटीवी कैमरे के अलावा इन खिड़कियों से हिस्ट्रीशीटर पुलिस की गतिविधियों को देख रहा था।

पढ़ें :- अनुप्रिया पटेल का बयान दुर्भाग्यपूर्ण, कौशाम्बी में भाजपा का नहीं, प्रत्याशी का किया  विरोध : रघुराज प्रताप सिंह

घर की काटी गई बिजली

हिस्ट्रीशीटर, उसकी पत्नी व बेटे की फायरिंग से सिपाही की मौत के बाद बिजली विभाग भी हरकत में आ गया। मुख्य सड़क से हिस्ट्रीशीटर मुनुआ यादव का घर 100 मीटर की दूरी पर है। मुनुआ के घर के बाहर खंभा गाढ़कर उसे बिजली का कनेक्शन दिया गया। गौर करने वाली बात यह है कि इस बिजली के खंभे से केवल एकमात्र कनेक्शन हिस्ट्रीशीटर मुनुआ यादव को दिया गया है। अब बिजली विभाग ने मुख्य मार्ग से इस खंभे के कनेक्शन को काट दिया है।

वारदात के बाद कैमरे और लाइटें किसने तोड़ी, यह ग्रामीणों में चर्चा का विषय रही

आपको बता दें कि पुलिस व हिस्ट्रीशीटर और उसके परिवार के बीच हुई मुठभेड़ से घर के ऊपर लगीं हाईमास्क लाइटें और सीसीटीवी कैमरे टूट गए। कैमरों की वायरिंग खेत व चकरोड में पड़ी हुई थी। हालांकि यह कैमरे और लाइटें किसने तोड़ी, यह ग्रामीणों में चर्चा का विषय रही।

किलानुमा घर से हर तरफ से ले सकते हैं मोर्चा

पढ़ें :- ED  रिपोर्ट : 'आप' को विदेशों से हुई करोड़ों की अवैध फंडिंग, AAP बोली- हर चुनाव से पहले  ये सब करती है भाजपा

हिस्ट्रीशीटर मुनुआ ने गांव के बाहर आशियाना अपने साढ़े तीन बीघे खेत में बनाया है। घर की छत पर हाईमास्क लाइटें लगाईं गईं थीं और चारों तरफ सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जाती थी। घर से दो तरफ सड़क है जबकि चारों तरफ खिड़की लगाई गई है, जिससे वह हर तरफ आसानी से देख सके। घर के तीन तरफ किसी भी स्थिति में निकलने के लिए गेट भी लगे हैं।

पांच हजार स्कवायर फिट से ज्यादा क्षेत्रफल में है मकान

विशुनगढ़ थाना (Vishungarh Police Station) से एक किलोमीटर की दूरी पर सबसे पहले धीरपुर पड़ता है। उससे 300 मीटर की दूरी पर है नगरिया। उसके बाद 200 मीटर की दूरी पर धरनी गांव है। हिस्ट्रीशीटर मुनुआ नगरिया गांव का निवासी है। पहले उसका मकान गांव के अंदर था। बाद में उसने गांव से 100 मीटर की दूरी पर खेत में ही नया मकान बनाया। जगह का चयन ऐसा किया कि तीनों मजरों के बीच में रहे। जहां पर मकान है, वहां से तीनों मजरे बराबर-बराबर की दूरी पर हैं।

Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...