भगवान विष्णु की उपासना के लिए कार्तिक पूर्णिमा का दिन बेहद खास माना गया है। मान्यता है कि इस दिन गंगा में डुबकी लगाने से सभी बुरे कर्मों से छुटकारा मिलता है और सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है।
Kartik Purnima 2024 Date : भगवान विष्णु की उपासना के लिए कार्तिक पूर्णिमा का दिन बेहद खास माना गया है। मान्यता है कि इस दिन गंगा में डुबकी लगाने से सभी बुरे कर्मों से छुटकारा मिलता है और सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन देवता पृथ्वी पर आकर गंगा में स्नान करते हैं।
छ: कृतिकाओं का पूजन करने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है
पौराणिक मान्यता है कि इस दिन कृतिका में भगवान शिव शंकर के दर्शन करने से सात जन्म तक व्यक्ति ज्ञानी और धनवान होता है। इस दिन चन्द्र जब आकाश में उदित हो रहा हो उस समय शिवा, संभूति, संतति, प्रीति, अनुसूया और क्षमा इन छ: कृतिकाओं का पूजन करने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है। इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने और दान करने का विशेष महत्व है। इस दिन शाम को नदियों में दीपदान किया जाता है। आइए जानते हैं इस साल कब है कार्तिक पूर्णिमा?
कार्तिक पूर्णिमा 2024 कब है?
वैदिक पंचांग के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा तिथि 15 नवंबर को सुबह 6 बजकर 19 मिनट पर शुरू होगी और इसका समापन 16 नवंबर को सुबह 2 बजकर 58 मिनट पर होगा। ऐसे में इस साल कार्तिक पूर्णिमा 15 नवंबर 2024 को मनाई जाएगी।
सत्यनारायण भगवान की कथा सुनी जाती है
कार्तिक पूर्णिमा के दिन सत्यनारायण भगवान की कथा सुनी जाती है। कार्तिक पूर्णिमा के दिन पवित्र जल में कच्चा दूध मिलाकर चंद्रमा को अर्घ्य देना शुभ माना जाता है। भगवान विष्णु जी को गंध, पुष्प, फल, फूल और वस्त्र अर्पित करें। देसी घी का दीपक जलाकर आरती करें और विष्णु जी के मंत्रों का जप करें।