कश्मीरी पंडितों (Kashmiri Pandits) ने आतंकवादियों की धमकियों को दरकिनार कर उनको ललकारा है। कहा कि वो डरेंगे नहीं और कश्मीर घाटी (Kashmir Valley) में ही रहेंगे। बता दें कि पेशे से व्यापारी संदीप मावा (Sandeep Mawa) के एक कर्मचारी आतंकवादी हमले (Terrorist Attacks) में मारे गये थे। मिली जानकारी के अनुसार संदीप मावा अब आतंकवादियों के निशाने पर हैं।
jammu kashmir। कश्मीरी पंडितों (Kashmiri Pandits) ने आतंकवादियों की धमकियों को दरकिनार कर उनको ललकारा है। कहा कि वो डरेंगे नहीं और कश्मीर घाटी (Kashmir Valley) में ही रहेंगे। बता दें कि पेशे से व्यापारी संदीप मावा (Sandeep Mawa) के एक कर्मचारी आतंकवादी हमले (Terrorist Attacks) में मारे गये थे। मिली जानकारी के अनुसार संदीप मावा अब आतंकवादियों के निशाने पर हैं।
बुधवार को संदीप मावा (Sandeep Mawa) ने दावा किया कि वह परिवार के विरोध के बावजूद वो कश्मीर नहीं छोड़ेंगे और वहीं रहेंगे। मावा ने दावा किया है कि पहले से सूचना होने की वजह से वो आतंकवादी हमले में बाल-बाल बच गये थे, लेकिन सोमवार को इस हमले में उनका सेल्समैन मोहम्मद इब्राहिम खान (Salesman Mohammad Ibrahim Khan) की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। इब्राहिम खान शहर के बोहरी कादल इलाके में स्थित अपनी दूकान पर मौजूद थे।
संदीप मावा (Sandeep Mawa) ने कहा कि वह डरेंगे नहीं और कश्मीर घाटी में ही रहेंगे। उन्होंने कहा कि मैं कश्मीर नहीं छोड़ रहा हूं…घाटी छोड़ने का कोई सवाल ही नहीं उठता। संदीप मावा से पूछा गया था कि क्या सोमवार को हुए हमले के बाद वो कश्मीर छोड़ने का विचार कर रहे हैं। संदीप मावा (Sandeep Mawa) एक अन्य कश्मीरी पंडित (Kashmiri Pandit) और केमिस्ट एम एल बिंदरू से जुड़े हुए हैं। बता दें कि पिछले ही महीने एम एल बिंदरू की आतंकियों ने गोली मार कर जान ले ली थी।
संदीप मावा (Sandeep Mawa) ने कहा कि उन्हें आशंका है कि सोमवार को हुआ हमला अल्पसंख्यकों पर बढ़ रहे हमले की एक और कड़ी है। पहचान सही नहीं हो पाने की वजह से आतंकवादियों ने उन्हें गोली मार दी थी। उन्होंने कहा कि उनके सेल्समैन पिछले 14 साल से उनके परिवार के लिए काम कर रहे थे। जब वो मेरी कार के बाहर खड़े थे तब आतंकवादियों ने उन्हें गोली मार दी थी। बता दें कि आतंकवादी (Terrorist) संदीप मावा को मारने के इरादे से आए थे, लेकिन वह उनके सेल्समैन को पहचान नहीं सके और उसे गोली मार दी।
मावा का परिवार साल 2018 में कश्मीर वापस लौटा था। इन लोगों ने तय कर लिया है कि वो दोबारा कश्मीर छोड़ कर वापस नहीं जाएंगे। संदीप मावा (Sandeep Mawa) ने कहा कि मैं यहां रह रहा हूं और मैं भागने वाला नहीं हूं।’ उन्होंने कहा कि कश्मीर के मुस्लिम, हिंदू, क्रिश्चन और सिख सभी को एक-साथ मिलकर लड़ना होगा। हम भाग नहीं सकते और इसे इसी तरह खाली नहीं कर सकते हैं।
कश्मीरी पंडित (Kashmiri Pandit) ने कहा कि उन पर हमला हो सकता है । इस संबंध में पुलिस ने उन्हें आगाह किया था। उन्होंने मुझे बताया था कि मैंने पुलिस की सलाह पर मैंने दोपहर करीब तीन बजकर 15 मिनट पर दूकान छोड़ दिया था।