HBE Ads
  1. हिन्दी समाचार
  2. तकनीक
  3. RO Water Purifier को लेकर इन बातों का रखें ध्यान, सालों-साल मिलेगा साफ और शुद्ध पानी

RO Water Purifier को लेकर इन बातों का रखें ध्यान, सालों-साल मिलेगा साफ और शुद्ध पानी

RO Water Purifier: वातावरण में बढ़ते प्रदूषण के चलते खाद्य व पेय पदार्थों की शुद्धता में कमी आयी है। जिसमें साफ और शुद्ध पेय जल सबसे बड़ी चुनौती है, क्योंकि ज्यादा समय तक शरीर को स्वस्थ बनाए रखने के लिए साफ व शुद्ध पानी की जरूरत है। आमतौर पर सभी व्यक्तियों को एक दिन में कम से कम 2-4 लीटर शुद्ध जल पीना चाहिए। वहीं, शुद्ध जल की जरूरत को देखते हुए अब लोग घरों, कार्यालयों और अन्य जगहों पर वाटर प्यूरीफायर लगवाते हैं।

By Abhimanyu 
Updated Date

RO Water Purifier: वातावरण में बढ़ते प्रदूषण के चलते खाद्य व पेय पदार्थों की शुद्धता में कमी आयी है। जिसमें साफ और शुद्ध पेय जल सबसे बड़ी चुनौती है, क्योंकि ज्यादा समय तक शरीर को स्वस्थ बनाए रखने के लिए साफ व शुद्ध पानी की जरूरत है। आमतौर पर सभी व्यक्तियों को एक दिन में कम से कम 2-4 लीटर शुद्ध जल पीना चाहिए। वहीं, शुद्ध जल की जरूरत को देखते हुए अब लोग घरों, कार्यालयों और अन्य जगहों पर वाटर प्यूरीफायर लगवाते हैं।

पढ़ें :- Google Wallet : भारत में गूगल वॉलेट लॉन्च, जानें डिजिटल पर्स के फायदे

हालांकि, वाटर प्यूरीफायर का ठीक से ख्याल नहीं रखा जाए तो इसका पानी तो अशुद्ध होगा ही साथ ही प्यूरीफायर भी जल्दी खराब हो जाएगा। ऐसे में वाटर प्यूरीफायर को लेकर कुछ सावधानियां बरतनी बेहद जरूरी हैं। जैसे कि वाटर प्यूरीफायर के फिल्टर और मेम्ब्रेन को 6-8 महीने में चेंज और साफ किया जाना चाहिए। कई फिल्टर हैं जिन्हें एक विशिष्ट समय अंतराल पर जरूर बदल देना चाहिए। फिल्टर और मेम्ब्रेन के बारे में सही जानकारी मैनुअल गाइड में मिल जाती है।

फिल्टर करते रहे हैं अपडेट

वाटर प्यूरीफायर रेगुलर तौर पर अपडेट करना जरूरी होता है, क्योंकि पानी में मौजूद प्रदूषक फिल्टर सतह पर जमा हो जाते हैं, जो कुछ समय के बाद फिल्टर को ब्लॉक कर देते है। इससे फिल्टर होने की क्षमता और पानी की क्वालिटी खराब होगी। इसके अलावा साल में एक बार कार्बन फिल्टर भी बदल देना चाहिए। एक कार्बन फिल्टर क्लोरीन और अन्य खतरनाक कॉन्टैमिनेशन को हटा देता है जो आरओ मेम्ब्रेन के लाइफ और परफॉर्मेंस पर असर डालता है। फिल्टर का प्रभाव पानी के स्वाद और गंध पर भी पड़ता है।

प्यूरिफायर से न करें छेड़छाड़

पढ़ें :- मीडियाटेक ने लॉन्च किया पावरफुल फ्लैगशिप चिपसेट; नई न्यूरोपाइलेट टेक्नोलॉजी के साथ हुई एंट्री

कई बार प्यूरिफायर से लीकेज की समस्या होती है, तो खुद ही उसे ठीक करने की कोशिश में जुट जाते हैं। लेकिन खुद से प्यूरिफायर में छेड़छाड़ नहीं करनी चाहिए। अगर लीकेज जैसी समस्या आती है तो एक प्रोफेशनल टेक्नीशियन को बुलाना चाहिए। इस बात का भी ध्यान रखें कि लीकेज को तुरंत ठीक नहीं कराया जाए तो इससे प्यूरीफायर को ज्यादा  नुकसान पहुंच सकता है।

टैंक और पाइप की सफाई

अगर लंबे समय तक वाटर प्यूरीफायर की सेवाएं लेना चाहते हैं तो आरओ सिस्टम के पाइपों को भी नियमित रूप से साफ करें। टैंक को साफ करने से प्यूरीफायर को बनाए रखने और अच्छी स्थिति में रखने में मदद मिल सकती है।

Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...