दिन भर की भागदौड़ में व्यक्ति थक कर चूर हो जाता है। शाम को घर पर परिवार के साथ बैठ कर हसी मजाक और एक साथ भोजन करने से साथ थकावट दूर हो जाती है।
Thaalee Parosane Ke Niyam : दिन भर की भागदौड़ में व्यक्ति थक कर चूर हो जाता है। शाम को घर पर परिवार के साथ बैठ कर हसी मजाक और एक साथ भोजन करने से थकावट दूर हो जाती है। प्राचीन काल से ही भोजन के नियमों को प्रमुखता से स्थान मिला है। मान्यता है कि प्यार और मनुहार से परोसी गई थाली व्यक्ति तनाव मुक्त कर देती है। भोजन का शिष्टाचार है। आइये जानते है भोजन परोसने के कुछ नियम।
1.आमतौर पर दाहिने हाथ से खाने की उम्मीद की जाती है। बाएं हाथ से व्यंजनों को बढ़ाना ठीक समझा जाता है।
2.बैठने से पहले हाथों को भली-भांति धो लें चूंकि कुछ भारतीय व्यंजन मुख्य रूप से हाथ से ही खाए जाते हैं।
3.हर पकवान को चखना ज़रूरी नहीं है लेकिन अपनी थाली में परोसे गए हर व्यंजन को समाप्त करना ज़रूरी है।
4.ज्यादातर भारतीय व्यंजन हाथों से खाए जाते हैं, यह ध्यान रखना जरूरी है कि पानी का ग्लास गंदा न हो जाए।
5.एक बार खाना शुरू करने के बाद अपनी उंगलियों से किसी और की थाली में से भोजन निकालना अनुचित माना जाता है। इसके बजाय साझे बर्तन में से अपनी थाली में खाना लेने के लिए एक साफ़ चम्मच मांग सकते हैं।
6.व्यंजनों को बाईं ओर से परोसना चाहिए और दाहिनी ओर से हटाया जाना चाहिए। जब तक भोजन आपकी थाली में न रखा गया हो, उसे बायीं ओर से आना चाहिए। पेय पदार्थ दाहिनी ओर से परोसा जाना चाहिए। कभी भी किसी और की थाली के ऊपर से नहीं झुकना चाहिए।