वैदिक ज्योतिष के अनुसार सूर्य देव आज से धनु राशि में विराजमान रहेंगे। भगवान भास्कर ने आज राशि परिवर्तन करते हुए धनु राशि में प्रवेश कर लिया है।भगवा आदित्य के राशि परिवर्तन की क्रिया को धनु संक्रांति भी कहा जाता है।
Kharmas 2022 : वैदिक ज्योतिष के अनुसार सूर्य देव आज से धनु राशि में विराजमान रहेंगे। भगवान भास्कर ने आज राशि परिवर्तन करते हुए धनु राशि में प्रवेश कर लिया है।भगवा आदित्य के राशि परिवर्तन की क्रिया को धनु संक्रांति भी कहा जाता है। इसी के साथ आज से खरमास (अथवा मल मास या धनुर्मास) भी आरंभ हो गया है। भगवान भानु अगले वर्ष 14 जनवरी 2023 तक सूर्य धनु राशि में ही विचरण करेंगे। इस अवधि के दौरान हिंदू धर्म में सभी शुभ व मांगलिक कार्यों वर्जित माना जाता है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, धनु राशि में सूर्य की राहु के साथ युति बनती है जो किसी भी तरह से शुभ नहीं मानी गई है। इस योग में किए जाने वाले समस्त शुभ कार्य व्यर्थ चले जाते हैं। यही कारण है कि खरमास (Kharmas 2022) में किसी भी तरह के शुभ व मांगलिक कार्य नहीं करने के निर्देश दिए गए हैं।
अब अगले एक माह तक विवाह, उपनयन संस्कार, गृह प्रवेश, नया व्यापार आरंभ करना जैसे सभी कार्यों पर रोक लग जाएगी। 14 जनवरी को सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने पर फिर एक बार ये सभी कार्य किए जा सकेंगे।
इस एक माह की अवधि के दौरान दान-पुण्य आदि कर्म करने की सलाह अवश्य दी जाती है। मान्यताओं के अनुसार इस माह में किए गए दान-पुण्य कई गुणा होकर वापस लौटते हैं और व्यक्ति को लाभ पहुंचाते हैं।