नए कृषि कानूनों को लेकर किसानों का प्रदर्शन जारी है। आज देशभर के अलग—अलग हिस्सों में किसानों ने प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग की। इसके साथ ही किसान राज्यपाल से मिलकर अपना ज्ञापन सौंप रहे हैं।
नई दिल्ली। नए कृषि कानूनों को लेकर किसानों का प्रदर्शन जारी है। आज देशभर के अलग—अलग हिस्सों में किसानों ने प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग की। इसके साथ ही किसान राज्यपाल से मिलकर अपना ज्ञापन सौंप रहे हैं।
वहीं, दिल्ली में उपराज्यपाल से मिलने जा रहे किसानों को कथित तौर पर पुलिस द्वारा पकड़े जाने की खबरों के बीच गाजीपुर बॉर्डर पर डटे भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने आज एक बार फिर केंद्र सरकार को चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि अगर हमारे लोगों को उपराज्यपाल से मिलने नहीं दिया गया तो हम दिल्ली कूच करेंगे।
हम कैसे जाएंगे इस पर हम अभी बैठक कर रहे हैं। हम उपराज्यपाल के पास जाएंगे। टिकैत ने कहा कि हमारे जिन पदाधिकारियों को पकड़ा गया है उन्हें या तो तिहाड़ जेल भेजो या फिर राज्यपाल से इनकी मुलाकात कराओ। हम आगे बताएंगे कि दिल्ली का क्या इलाज करना है। उन्होंने कहा कि दिल्ली बगैर ट्रैक्टर के नहीं मानती है। लड़ाई कहां होगी, स्थान और समय क्या होगा यह तय कर फिर से बड़ी क्राांति होगी।
इसके साथ ही किसान नेता ने कहा कि आज बैठक में हमने अपने आंदोलन को मजबूत करने का फैसला किया है। हमने दो और रैलियां करने का फैसला किया है। 9 जुलाई को ट्रैक्टर रैली होगी जिसमें शामली और भागपत के लोग मौजूद रहेंगे और 10 जुलाई को सिंघु बॉर्डर पहुंचेंगे। वहीं, दूसरी ट्रैक्टर रैली 24 जुलाई को होगी, इसमें बिजनौर और मेरठ के लोग शामिल होंगे। 24 जुलाई की रात वे मेरठ टोल पर रुकेंगे और 25 जुलाई को रैली गाजीपुर बॉर्डर पहुंचेगे।