यूपी (UP) के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य (Deputy CM Keshav Prasad Maurya) इशारों-इशारों में पार्टी नेताओं को बड़ा संदेश देने का प्रयास किया है। हाल ही में उन्होंने दिल्ली पहुंचकर बीजेपी (BJP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (National President JP Nadda) से मुलाकात की थी। तभी से कयास लगने शुरू हो गए कि वह एक बार फिर यूपी बीजेपी की कमान (UP BJP Command) संभाल सकते हैं।
लखनऊ। यूपी (UP) के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य (Deputy CM Keshav Prasad Maurya) इशारों-इशारों में पार्टी नेताओं को बड़ा संदेश देने का प्रयास किया है। हाल ही में उन्होंने दिल्ली पहुंचकर बीजेपी (BJP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (National President JP Nadda) से मुलाकात की थी। तभी से कयास लगने शुरू हो गए कि वह एक बार फिर यूपी बीजेपी की कमान (UP BJP Command) संभाल सकते हैं। इसके बाद रविवार को उन्होंने एक ट्वीट में लिखा-संगठन सरकार से बड़ा है। उनके इस ट्वीट के बाद राजनीतिक गलियारों में एक बार फिर कयासबाजी तेज हो गई कि क्या केशव वाकई बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष (BJP State President) बनने जा रहे हैं?
संगठन सरकार से बड़ा है!
— Keshav Prasad Maurya (@kpmaurya1) August 21, 2022
वैसे पार्टी हाईकमान ने अभी तक इस बारे में कुछ भी संकेत नहीं दिया है। कई अन्य नेता भी दिल्ली दरबार में हाजिरी लगा चुके हैं। लखनऊ से दिल्ली तक फिलहाल हर किसी को इंतजार है कि पार्टी के नए प्रदेश अध्यक्ष के नाम के ऐलान का। इस बीच केशव प्रसाद मौर्य ( Keshav Prasad Maurya) द्वारा इशारों-इशारों में दिए जा रहे संकेतों और पार्टी सूत्रों की बातों से लगभग तय माना जाने लगा है कि यूपी के अगले प्रदेश वही होंगे। हालांकि कार्यकर्ताओं का एक वर्ग ऐसा भी है जो कह रहा है कि ऐन वक्त पर हाईकमान कोई चौंकाने वाला ऐलान कर सकता है।
हाल में मिली है बड़ी जिम्मेदारी
बता दें कि केशव प्रसाद मौर्य ( Keshav Prasad Maurya) को हाल ही में विधान परिषद के अंदर भी बड़ी जिम्मेदारी मिली है। वह नेता सदन बनाए गए हैं। पहले यह पद स्वतंत्रदेव सिंह (Swatantradev Singh) संभाल रहे थे लेकिन पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पद के कुछ समय बाद ही उन्होंने नेता सदन पद से भी इस्तीफा दे दिया। इसके बकाद केशव प्रसाद मौर्य ( Keshav Prasad Maurya) को यह जिम्मेदारी मिली है। केशव प्रसाद मौर्य ( Keshav Prasad Maurya) विधानसभा चुनाव हार गए थे लेकिन बताया जाता है कि बीजेपी संगठन (BJP Organization) पर उनकी काफी अच्छी पकड़ है। वह पहले भी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं। यही वजह है कि एक बार फिर वह इस पद की रेस में सबसे आगे नज़र आ रहे हैं।