हिंदू धर्म में त्रयोदशी तिथि बेहद शुभ मानी जाती है। हर माह में दो त्रयोदशी तिथि आती हैं। पहली कृष्ण और दूसरी शुक्ल पक्ष में। त्रयोदशी तिथि भगवान शंकर को समर्पित होती है। इस दिन प्रदोष व्रत रखा जाता है। इस दिन शिव भक्त भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए विधि-विधान से पूजा और व्रत करते हैं।
नई दिल्ली: हिंदू धर्म में त्रयोदशी तिथि बेहद शुभ मानी जाती है। हर माह में दो त्रयोदशी तिथि आती हैं। पहली कृष्ण और दूसरी शुक्ल पक्ष में। त्रयोदशी तिथि भगवान शंकर को समर्पित होती है। इस दिन प्रदोष व्रत रखा जाता है। इस दिन शिव भक्त भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए विधि-विधान से पूजा और व्रत करते हैं।
जुलाई में पहला प्रदोष व्रत 07 जुलाई 2021, दिन बुधवार को है। बुधवार को पड़ने वाले प्रदोष व्रत को बुध प्रदोष व्रत कहा जाता है। त्रयोदशी तिथि 07 जुलाई से शुरू होकर 08 जुलाई की देर रात 03 बजकर 20 मिनट तक रहेगी।
प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव की प्रदोष काल में पूजा शुभ मानी जाती है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, प्रदोष काल में भगवान शिव की पूजा करने के कष्टों से मुक्ति मिलती है और मनोकामना पूरी होने की मान्यता है। इस दिन सूर्योदय सुबह 05 बजकर 04 मिनट पर और सूर्यास्त शाम 06 बजकर 42 मिनट पर होना है। चंद्रोदय 08 जुलाई की सुबह 03 बजकर 19 मिनट पर और चंद्रास्त शाम 04 बजकर 34 मिनट पर होना है।