नवग्रहों में कुछ ग्रहों के कारण कुंडली में बन रहे सफलता के योग बाधित होते है। नवग्रहों में एक ग्रह है राहु। राहु के कारण जातक को सफलता प्राप्त करने में बाधाएं आती है।
kundali mein rahu : नवग्रहों में कुछ ग्रहों के कारण कुंडली में बन रहे सफलता के योग बाधित होते है। नवग्रहों में एक ग्रह है राहु। राहु के कारण जातक को सफलता प्राप्त करने में बाधाएं आती है। ज्योतिष में राहु एक क्रूर ग्रह है, परंतु यदि राहु कुंडली में मजबूत होता है तो जातकों को इसके अच्छे परिणाम मिलते हैं। हिंदू पंचाग के अनुसार राहु काल में कोई शुभ कार्य करने की भी मनाही होती है। यदि किसी व्यक्ति पर राहु की ग्रह दशा चल रही है तो गोमेद रत्न को धारण करने से उसे मुक्ति मिल सकती है। राहु को शांत रखने के लिए माथे पर चंदन का तिलक लगाएं। महादेव का पूजन करें और घर में चांदी का ठोस हाथी रखें।
1.भगवान भैरव या भगवान शिव की पूजा करें।
2.राहु स्तोत्र का पाठ करें।
3.राहु बीज मंत्र का जाप करें: “ॐ भ्रां भीं भ्रुं सः राहवे नमः”, 40 दिनों में 18000 बार।
4.कालभैरव अष्टकम का पाठ करें।
5.शनिवार के दिन उड़द की दाल या नारियल का दान करें।
6. शनिवार का व्रत करें।
7.भैरव या शिव या चंडी पूजा पूजा करें।
8.आठ मुखी रुद्राक्ष धारण करें।
9.राहु के लिए सबसे प्रभावी उपायों में से एक दुर्गा सप्तशती के पहले अध्याय का पाठ है।