राजधानी लखनऊ के हजरतगंज क्षेत्र में स्थित लिवाना सूईट होटल में आज भीषण आग लग गई। इस अग्निकांड में चार लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि दर्जनभर से ज्यादा लोगों को इलाज चल रहा है। वहीं, इस अग्निकांड के बाद हाटेल मालिक समेत तीन लोगों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। साथ ही जांच के लिए दो सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है।
Livana Hotel Fire: राजधानी लखनऊ के हजरतगंज क्षेत्र में स्थित लिवाना सूईट होटल में आज भीषण आग लग गई। इस अग्निकांड में चार लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि दर्जनभर से ज्यादा लोगों को इलाज चल रहा है। वहीं, इस अग्निकांड के बाद हाटेल मालिक समेत तीन लोगों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। साथ ही जांच के लिए दो सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है।
इस अग्निकांड के बाद प्रशासन भी जगा है। साथ ही लखनऊ विकास प्राधिकरण की लापरवाही भी समाने आ रही है। इसके साथ ही कमिश्नर ने एलडीए को पत्र लिखा है। इसमें पूछा गया है कि मई में सीलिंग, अगस्त में ध्वस्तीकरण का आदेश फिर भी होटल कैसे चल रहे थे। एलडीए को लखनऊ के होटलों की कुंडली खंगालने का आदेश दिया गया है। साथ ही कहा गया है कि गड़बड़ी मिलने पर सील की कार्रवाई की जाए।
हादसे के बाद क्यों होती है जांच
बता दें कि, इससे पहले भी राजधानी लखनऊ के चाराबाग स्थित एक होटल में भीषण आग लगी थी। इस अग्निकांड में पूरा होटल जलकर खाक हो गया था। इसमें आधा दर्जन लोगों की जान भी गई थी। इस अग्निकांड के बाद एलडीए के कई अफसरा दोषी पाए गए थे। इनमें कुछ के खिलाफ जांच हुई, जबकि कुछ के मामले आज भी चल रहे हैं।
मानको की अनदेखी कर होते हैं काम
इस हादसे के बाद लोगों का कहना है कि राजधानी लखनऊ में कई ऐसे होटल हैं जहां पर मानकों की अनदेखी हुई है। ज्यादातर होटलों के पास इमरजेंसी एग्जिट और फायर की एनओसी तक नहीं होती है। इसके बाद भी ये अफसरों की मिलीभगत से होटलों का संचालन करते हैं।