लखनऊ के तीनों बस अड्डों आलमबाग, चारबाग और कैसरबाग पर यात्रियों को बस से ढोने का काम बंद हो गया है। गुरुवार सुबह छह बजे से संविदा के चालक और परिचालक हड़ताल पर चले गए हैं। इस वजह से ट्रेन के जरिए मुंबई और दिल्ली से आने वाले यात्रियों को काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है।
लखनऊ। लखनऊ के तीनों बस अड्डों आलमबाग, चारबाग और कैसरबाग पर यात्रियों को बस से ढोने का काम बंद हो गया है। गुरुवार सुबह छह बजे से संविदा के चालक और परिचालक हड़ताल पर चले गए हैं। इस वजह से ट्रेन के जरिए मुंबई और दिल्ली से आने वाले यात्रियों को काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है।
उनका आरोप है कि कोरोना जैसी महामारी में उनकी मृत्यु होने पर उनके परिवार को कोई आर्थिक मदद नहीं मिलेगी। दो दिन के भीतर तीन अफसरों की मौत हो चुकी है। आपातकाल में काम करने के बाद भी उनके वेतन से कटौती हो रही है।
यूनियन के उपाध्यक्ष मोहम्मद जमाल ने बताया कि कैसरबाग में तीन दिन पहले उनके दो साथियों की बुखार से मौत हो गई। प्रबंधन ने कोई आर्थिक मदद नहीं की। उनका कहना कि परिवार को दुर्घटना बीमा का कोई लाभ नहीं मिलेगा। तो संविदा चालक और परिचालक अपनी जान जोखिम में डालकर के यात्रियों को उनके घर तक क्यों पहुंचाने जाएगा। जीवन सबके लिए बहुमूल्य है।