इस बयान के समर्थन में रविवार को अखिल भारतीय ओबीसी महासभा वृंदावन योजना तिराहे पर रविवार सुबह करीब 10 बजे विरोध प्रदर्शन किया गया था। इस दौरान महासभा के कार्यकर्ता और पदाधिकारियों ने श्रीरामचरित मानस के पन्नों की प्रतियां जला दीं। इस दौरान उन्होंने नारेबाजी भी की।
Lucknow News: श्रीरामचरित मानस के पन्नों की प्रतियां जलाने के मामले में लखनऊ की PGI पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है। बीती देर रात स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) समेत 10 नामजद और कुछ अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। इस मामले में पुलिस ने सोमवार सुबह पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अन्य की तलाश जारी है। दरअसल, सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) ने रामचरित मानस पर विवादित बयान दिया था।
इस बयान के समर्थन में रविवार को अखिल भारतीय ओबीसी महासभा वृंदावन योजना तिराहे पर रविवार सुबह करीब 10 बजे विरोध प्रदर्शन किया गया था। इस दौरान महासभा के कार्यकर्ता और पदाधिकारियों ने श्रीरामचरित मानस के पन्नों की प्रतियां जला दीं। इस दौरान उन्होंने नारेबाजी भी की।
देर रात ऐशबाग के रहने वाला भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के जिला कार्य समिति के सदस्य सतनाम सिंह उर्फ लवी की तहरीर पर पीजीआइ पुलिस ने स्वामी प्रसाद मौर्या (Swami Prasad Maurya), देवेंद्र सिंह, यशपाल सिंह लोधी, सत्येंद्र कुशवाहा, महेंद्र प्रताप यादव, सुजीत यादव, नरेश सिंह, एसएस यादव, संतोष वर्मा, सलीम और कुछ अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।