लखनऊ का नाम लिया जाए और श्री लस्सी का जिक्र न हो तो मिठास कम सी हो जाती है। लस्सी के साथ गर्मा गर्म भटूरे मिल जाएं तो फिर क्या कहने हैं।
लखनऊ के जायकों की सीरिज में आज हम आपको बताने वाले हैअमृत पेय लस्सी और छोला भटूरे के बारे में। जी हां गर्मियों में गले को ठंडक और किसी अमृत से कम नहीं है लस्सी। लखनऊ का नाम लिया जाए और श्री लस्सी का जिक्र न हो तो मिठास कम सी हो जाती है। लस्सी के साथ गर्मा -गर्म भटूरे मिल जाएं तो फिर क्या कहने हैं।
राजधानी लखनऊ के चौक इलाके में स्थित श्री लस्सी कर्नर की लस्सी और भटूरे का तो अंदाज ही अलग है। जिसने भी यहां की लस्सी और भटूरा एक बार चख लिया तो वो दोबारा जरुर आता है। स्वाद के मामले में इस दुकान का अपना ही दबदबा है।
बड़े-बड़े फूले फूले बेहद मुलायम भटूरे मुंह में ऐसे घुलते है कि अपने आप ही आप खाते ही वाह बोल देंगे। भटूरे के साथ छोला प्याज और आचार मिलता है। इसके अलावा मिट्टी के कुल्हड़ में मिलने वाली लस्सी के क्या ही कहने हैं।
लस्सी के ऊपर मलाई की मोटी परत और सोंधा स्वाद आपको अनायास ही इस दुकान की तरफ खींच लाएगा। यह दुकान करीब चालीस साल पुरानी है। श्री की दुकान पर लस्सी, भटूरा, और कई तरह के पेय और खाने की चीजें मिल जाती है।