यूपी और मध्य प्रदेश की तर्ज पर असम में गुरुवार को फिर हिमंता विस्वा शर्मा सरकार का बुलडोजर चला है। इसके साथ ही इस सीमावर्ती राज्य में माफिया, आतंकियों व अन्य अपराधियों के अवैध निर्माणों को ढहाने का सिलसिला तेज हो गया है। गुरुवार असम के मोरीगांव जिले में आतंकी मुस्तफा उर्फ मुफ्ती मुस्तफा द्वारा संचालित जमीउल हुदा मदरसा ढहा दिया गया है। इसके पूर्व जुलाई में डिब्रूगढ़ में एक अपराधी का मकान गिराया गया था।
नई दिल्ली। यूपी और मध्य प्रदेश की तर्ज पर असम में गुरुवार को फिर हिमंता विस्वा शर्मा सरकार का बुलडोजर चला है। इसके साथ ही इस सीमावर्ती राज्य में माफिया, आतंकियों व अन्य अपराधियों के अवैध निर्माणों को ढहाने का सिलसिला तेज हो गया है। गुरुवार असम के मोरीगांव जिले में आतंकी मुस्तफा उर्फ मुफ्ती मुस्तफा द्वारा संचालित जमीउल हुदा मदरसा ढहा दिया गया है। इसके पूर्व जुलाई में डिब्रूगढ़ में एक अपराधी का मकान गिराया गया था।
मोरीगांव जिले की पुलिस अधीक्षक अपर्णा एन ने बताया कि मुस्तफा का यह मदरसा मोइराबारी इलाके में था। उसे हाल ही में बांग्लादेश स्थित आतंकी संगठन अंसारुल्लाह बांग्ला टीम और एक्यूआईएस के साथ उसके संबंधों के लिए गिरफ्तार किया गया था। बता दें कि इससे पहले 12 जुलाई को डिब्रूगढ़ जिला प्रशासन ने एक्टिविस्ट विनीत बगरिया की खुदकुशी के लिए उकसाने के आरोपी बैदुल्लाह खान का घर बुलडोजर से गिरा दिया था। बगरिया सात जुलाई को अपने आवास पर मृत पाए गए थे। इस मामले में असम पुलिस ने बैदुल्लाह खान, निशांत शर्मा, संजय शर्मा और एजाज खान पर खुदकुशी के लिए उकसाने का आरोप लगाया था। एक्टिविस्ट विनीत बगरिया ने खुदकुशी से पहले एक वीडियो रिकॉर्ड किया था। इसमें दावा किया गया था कि उसे तीन लोगों ने धमकी दी।