सनातन धर्म में पूर्णिमा के दिन का धार्मिक और वैज्ञानिक महत्व है। इस दिन नदी स्नान, त्रिवेणी संगम स्नान और तीर्थ स्नान को बहुत शुभ माना जाता है। मान्यता है कि माघ मास का संबंध भगवान कृष्ण के माधव स्वरूप से है।
Magha Purnima 2023 : सनातन धर्म में पूर्णिमा के दिन का धार्मिक और वैज्ञानिक महत्व है। इस दिन नदी स्नान, त्रिवेणी संगम स्नान और तीर्थ स्नान को बहुत शुभ माना जाता है। मान्यता है कि माघ मास का संबंध भगवान कृष्ण के माधव स्वरूप से है। इस मास में स्नान के नियम है। पानी में गंगाजल मिलाकर और काला तिल मिलाकर स्नान करने का विधान है।
पूरे माघ माह में काला तिल जल में मिलाकर स्नान करने से स्वास्थ्य लाभ होता है। इस मौके पर प्रयागराज तीर्थ में संगम तट पर माघ मेला भी लगता है।आप 2023 माघ पूर्णिमा पर रामायण और भगवद गीता पाठ भी रख सकते हैं। यह बहुत पुण्य देने वाला होता है। इसके अलावा, “अन्न दान” बहुत महत्व रखता है
हिंदू पंचांग 2023 के अनुसार, माघ पूर्णिमा इस साल 5 फरवरी को है। तिथि 4 फरवरी, 2023 को रात 09:29 बजे शुरू होगी और 5 फरवरी, 2023 को रात 11:58 बजे समाप्त होगी।
आईये जानते हैं कि पवित्र माघ मास 2023 में स्नान तिथियां
माघ मास 2023 में स्नान तिथियां
15 जनवरी, दिन: रविवार- मकर संक्रांति
21 जनवरी, दिन: शनिवार- मौनी अमावस्या
05 फरवरी, दिन: रविवार- माघ पूर्णिमा
18 फरवरी, दिन: शनिवार- महाशिवरात्रि