अदाणी ग्रुप के चेयरमैन और मशहूर उद्योगपति गौतम अदाणी मंगलवार को प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ (Gautam Adani In Mahakumbh) पहुंचे।
Maha Kumbh Gautam Adani : अदाणी ग्रुप के चेयरमैन और मशहूर उद्योगपति गौतम अदाणी मंगलवार को प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ (Gautam Adani In Mahakumbh) पहुंचे। इस दौरान मशहूर उद्योगपति ने इस्कॉन शिविर में महाप्रसाद सेवा की। उस किचन में भी पहुंचे, जहां श्रद्धालुओं के लिए हर दिन महाप्रसाद (Mahaprasad) तैयार किया जा रहा है। मशहूर उद्योगपति गौतम अदाणी ने किचन में पहुंचकर महाप्रसाद सेवा में हिस्सा लिया और खुद महाप्रसाद बनाया। इस दौरान उनके साथ इस्कॉन के सदस्य भी मौजूद रहे। अडानी समूह, इस्कॉन के सहयोग से, 13 जनवरी से 26 फरवरी तक महाकुंभ की पूरी अवधि के लिए’ महाप्रसाद सेवा’ पहल के तहत मुफ्त भोजन उपलब्ध करा रहा है।
गौतम अदाणी ने महाप्रसाद ग्रहण किया
महाप्रसाद सेवा में हिस्सा लेने के बाद अदाणी ग्रुप के सीईओ ने खुद भी प्रसाद ग्रहण किया। बता दें कि अदाणी ग्रुप और इस्कॉन मिलकर महाकुंभ में महाप्रसाद सेवा कर रहे हैं। इस दौरान हर दिन 40 हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं को भोजन वितरित किया जा रहा है। ये महाप्रसाद सेवा 13 जनवरी से शुरू हुई, जो कि 26 फरवरी तक जारी रहेगी।
इस्कॉन के सहयोग से महाप्रसाद सेवा
इस आयोजन के प्रति अपना उत्साह व्यक्त करते हुए अडानी ने कहा, “मैं महाकुंभ के लिए बहुत-बहुत उत्साहित हूं।” कुंभ को भक्ति और सेवा का पवित्र केंद्र बताते हुए उन्होंने कहा, “यह मेरा सौभाग्य है कि हम इस्कॉन के सहयोग से भक्तों के लिए महाप्रसाद सेवा शुरू कर रहे हैं।”
महाप्रसाद सेवा का लक्ष्य 50 लाख श्रद्धालुओं को भोजन उपलब्ध कराना है, जिसमें दो बड़े रसोईघरों में भोजन तैयार किया जाएगा और मेला क्षेत्र में 40 स्थानों पर वितरित किया जाएगा। महाप्रसाद सेवा से प्रतिदिन 1 लाख श्रद्धालुओं को भोजन उपलब्ध कराने की उम्मीद है।
महाकुंभ में अदाणी ग्रुप की महाप्रसाद सेवा
बता दें कि अदाणी ग्रुप प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में इस्कॉन के साथ मिलकर श्रद्धालुओं की अनवरत सेवा में जुटा हुआ है। अदाणी ग्रुप इस्कॉन के साथ मिलकर महाकुंभ मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं के बीच महाप्रसाद का वितरण करवा रहा है। इस महाप्रसाद को तैयार इस्कॉन महाप्रसाद सेवा किचन में किया जा रहा है। जहां से हर दिन करीब 40 हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं को भोजन कराया जा रहा है। करीब डेढ़ सौ वालंटियर इस काम को करने में लगे हुए हैं।