तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने शुक्रवार को बीजेपी को बड़ा पलटवार किया है। धरना दे रहे निलंबति सांसदों द्वारा चिकन खाए जाने का मुद्दा उठाने को लेकर यह हमला बोला है। बता दें कि बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने आरोप लगाया था कि संसद भवन में महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास धरना दे रहे कांग्रेस सांसदों ने तंदूरी चिकन खाया।
नई दिल्ली। तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने शुक्रवार को बीजेपी को बड़ा पलटवार किया है। धरना दे रहे निलंबति सांसदों द्वारा चिकन खाए जाने का मुद्दा उठाने को लेकर यह हमला बोला है। बता दें कि बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने आरोप लगाया था कि संसद भवन में महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास धरना दे रहे कांग्रेस सांसदों ने तंदूरी चिकन खाया। इस बात पर निशाना साधते हुए महुआ ने पूनावाला को भाड़े पर लाया मददगार बताया। इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी पर भी निशाना साधा, जो इन दिनों अपनी बेटी के गोवा में कथित अवैध बार और रेस्तरां होने को लेकर जारी विवाद में घिरी हुई हैं।
महुआ ने ट्वीट किया कि बीजेपी ने भाड़े पर मददगार बुलाया। ताकि निलंबित सांसदों ने क्या खाया उस पर कमेंट किया जा सके। तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा कि सिली सोल्स, क्या आप ये नहीं जानते कि आपके स्वामी जीभ और गाल दोनों की सेवा करते हैं।
BJP’s hired help commenting on what food suspended MPs eat on dharna.
Silly Souls! Don’t you know your masters serve both tongue & cheek ?!
— Mahua Moitra (@MahuaMoitra) July 29, 2022
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बता दें कि सिली सोल्स भी उस प्रतिष्ठान का नाम है, जिसे स्मृति ईरानी की बेटी से जोड़ा जा रहा है। इसी पर कांग्रेस ने अवैध बार होने का आरोप लगाया है। रेस्तरां की एक वीडियो के समीक्षा के बाद विपक्षी नेताओं और सोशल मीडिया यूजर्स ने हाल ही में ईरानी पर निशाना साधा था, और पार्टी के पाखंड पर सवाल उठाया था। चूंकि उक्त वीडियो में ईरानी की बेटी होटल में विभिन्न मांस व्यंजन परोसे जाने की बात कह रही थीं। हालांकि इस मामले को संज्ञान में लेते हुए दिल्ली हाईकोर्ट कांग्रेस नेताओं को सम्मन जारी करते हुए 24 घंटेे अंदर ट्वीट डिलीज करने का आदेश दिया है।
दरअसल, पूनावाला ने कहा था कि रिपोर्टों के अनुसार, संसद में गांधी प्रतिमा के सामने विरोध प्रदर्शन कर रहे कुछ निलंबित सांसदों ने तंदूरी चिकन खाया है। सभी जानते हैं कि गांधी जी के जानवरों के वध पर कट्टर विचार थे। कई लोग पूछ रहे हैं कि क्या यह एक विरोध था या एक तमाशा और एक पिकनिक था.ष् इधर, तृणमूल नेता सुष्मिता देव ने पूनावाला पर पलटवार करते हुए कहा कि बीजेपी विपक्ष की एकजुटता से डरी हुई है।
बंद दरवाजों के पीछे, आरएसएस के लोग और बीजेपी नेता सब कुछ खाते हैं , इसलिए हमारे भोजन पर न करें कोई टिप्पणी : सुष्मिता देव
उन्होंने कहा कि बंद दरवाजों के पीछे, आरएसएस के लोग और नेता सब कुछ खाते हैं। इसलिए, हमारे भोजन पर कोई टिप्पणी न करें। वे यह बर्दाश्त नहीं कर सकते कि खाना हमारे घर से नहीं, बल्कि अन्य सांसदों द्वारा लाया जा रहा है। वे डरते हैं इस एकजुटता से। वहीं, नाम न जाहिर करने की शर्त पर एक अन्य वरिष्ठ विपक्षी नेता ने कहा कि यह टिप्पणी बीजेपी की असहिष्णुता को दर्शाती है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग लंच में रोटी खाते हैं। हमारे पास फिश करी और चावल या चिकन है। इसमें गलत क्या है? हमें जो चाहिए वो खाने का अधिकार है।