इंद्र देवता के प्रकोप से राजधानी पटना में संकट मंडराने लगा है। पंजाब से लेकर बंगाल की खाड़ी तक चक्रवातीय संरचण बनने के कारण शुक्रवार को बिहार के कई इलाकों में मूसलाधार बारिश जारी रही।
पटना: इंद्र देवता के प्रकोप से राजधानी पटना में संकट मंडराने लगा है। पंजाब से लेकर बंगाल की खाड़ी तक चक्रवातीय संरचण बनने के कारण शुक्रवार को बिहार के कई इलाकों में मूसलाधार बारिश जारी रही। पटना में देर रात तक बारिश होती रही जिससे राजधानी की सड़कें पानी से घिर गयी है। पटना में शुक्रवार रात एक बजे से आज सुबह 5 बजे तक 145 एमएम से लेकर 200 एमएम की भारी बारिश हुई है। सबसे कम दानापुर में लगभग 100 एमएम और सबसे अधिक फुलवारीशरीफ में 200 एमएम की बारिश रिकॉर्ड की गई है। सड़को पर जलभराव के कारण लोगों का अभी से ही सड़कों के बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। कई इलाकों में नाले का पानी सड़क पर आने लगा है।
पटना में शुक्रवार को रुक-रुककर बारिश होती रही। कई वीआईपी इलाकों में बारिश का पानी सड़कों पर जमा हो गया। बिहार विधानसभा परिसर भी इस बारिश के बाद जलमग्न दिखा। विधानसभा के मुख्य द्वार से अंदर तक पानी सड़क पर ही लबालब भरा दिखा। गर्दनीबाद का अस्पताल परिसर हो या फिर बाजार समिति के अंदर, पानी हर जगह लबालब भरा दिखा।कंकड़बाग, पाटलिपुत्रा, दीघा, राजीव नगर, आशियाना, केसरी नगर, राजेंद्र नगर के साथ कई ऐसे मोहल्ले हैं जो रात की बारिश के बाद जलमग्न हो गए हैं और लोगों का घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है।