मौसमी बदलाव के समय बहुत सतर्क रहना चाहिए। गर्मी के मौसम की शुरूआत के समय अनेक तरह के कीट पतगों का प्रभाव बढ़ जाता है। मच्छरों के प्रकोप से जीना मुहाल हो जाता है।
Mosquito Infestation Protection : मौसमी बदलाव के समय बहुत सतर्क रहना चाहिए। गर्मी के मौसम की शुरूआत के समय अनेक तरह के कीट पतगों का प्रभाव बढ़ जाता है। मच्छरों के प्रकोप से जीना मुहाल हो जाता है। इस समय संक्रामक बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों का जन्म इन मच्छरों के कारण ही होता है। इसको भगाने के लिए केमिकल युक्त कॉइल और स्प्रे का इस्तेमाल किया जाता है जो आपकी सेहत के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। प्राकृतिक और आयुर्वेदिक उपाय सबसे बेहतर माने जाते हैं, लेकिन इनकी जानकारी के अभाव में इसका उपयोग नहीं किया जाता है।
धुआं कीट-पतंगों को भगाने में कारगर
नीम के पत्तों को जलाकर उसका धुआं करने से मच्छर को खत्म किया जा सकता है। बताया जाता है कि नीम में एंटी-बैक्टीरियल (anti-bacterial)और एंटी-वायरल गुण (anti-viral properties) होते हैं, जो मच्छरों को दूर रखते हैं। इसके साथ ही यह वातावरण को भी शुद्ध करते हैं। इन पत्तों का धुआं कीट-पतंगों को भगाने में कारगर है, बल्कि यह हवा के हानिकारक बैक्टीरिया को भी खत्म करता है।
मौजूद तत्व मच्छरों के लिए असहनीय
नीम का धुआं मच्छरों को भगाने के लिए एक प्राकृतिक उपाय है। नीम के सूखे पत्तों को जलाकर उसके धुएं को घर में फैलाने से मच्छरों का खात्मा होता है। इस धुएं में मौजूद तत्व मच्छरों के लिए असहनीय होते हैं और इंसानों के लिए यह पूरी तरह सुरक्षित है। नीम के सूखे पत्तों को बर्तन में रखकर जला लें और धीरे-धीरे कोने में इसका धुआं करें।
एलर्जी कम करता है
धुआं मच्छरों के साथ-साथ अन्य कीटाणुओं को नष्ट करता है। सांस की समस्याओं, सर्दी-खांसी और एलर्जी जैसी समस्याओं को कम करने में मदद करता है। अस्थमा या सांस की तकलीफ वाले लोगों को इसका उपयोग नहीं करना चाहिए। नीम का धुआं केवल मच्छर भगाने का काम नहीं करता बल्कि यह घर के वातावरण को भी शुद्ध करता है।