ज्योतिष शास्त्र में कुंडली के ग्रहों के शुभ अशुभ प्रभाव को संतुलित करने के लिए रत्नों को धारण करने की सलाह दी जाती है। कुंडली में चंद्रमा के बुरे असर को समाप्त करने के लिए और उसे बलशाली बनाने के लिए मोती रत्न पहनने की सलाह दी जाती है।
Moti Ratna : ज्योतिष शास्त्र में कुंडली के ग्रहों के शुभ अशुभ प्रभाव को संतुलित करने के लिए रत्नों को धारण करने की सलाह दी जाती है। कुंडली में चंद्रमा के बुरे असर को समाप्त करने के लिए और उसे बलशाली बनाने के लिए मोती रत्न पहनने की सलाह दी जाती है। मोती को नवरत्नों में एक रत्न है। यह सफेद व क्रीम रंग की होती है। मां लक्ष्मी को मोती बेहद पसंद है। इसे पहनने से व्यक्ति को आर्थिक संकटों से जूझना नहीं पड़ता है।आइए जानते हैं मोती पहनने के लिए किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
मोती मन को रखता है शांत
ज्योतिष के अनुसार चंद्रमा मन का कारक है।मन को संतुलित रखने के लिए और उसे नियंत्रित रखने के लिए मोती रत्न धारण करना अच्छा माना जाता है।
मिलती है मां लक्ष्मी की कृपा
मोती पहनने से मां लक्ष्मी की कृपा सदैव बनी रहती है। इसे पहनने से व्यक्ति को कभी आर्थिक संकटों से जूझना नहीं पड़ता है। मोदी को चांदी की अंगूठी में पहनना चाहिए। मोती को चांदी की अंगूठी में पहनने से शुभ माना जाता है। मोती और चांदी दोनों ही चंद्र और शुक्र ग्रह से संबंधित रत्न है। इसलिए इसे चांदी की अंगूठी के साथ पहनना चाहता है।
मोती के साथ न पहने ये रत्न
इसके अलावा मोदी के साथ हीरा, पन्ना, नीलम, गोमेद धारण नहीं करना चाहिए। इससे नुकसान पहुंचता है। मोती के साथ पीला पुखराज और मूंगा ही धारण करें।