महाराष्ट्र से पहले, हम अपने संदेह के पीछे का कारण और तर्क स्पष्ट नहीं कर पा रहे थे। लेकिन हरियाणा और महाराष्ट्र में, हमने इसे अपने सामने देखा। महाराष्ट्र में, पांच महीनों में पांच साल से ज़्यादा मतदाता जुड़े, जो एक चौंकाने वाला तथ्य था। इसके अलावा, कुछ इलाकों में मतदाताओं की संख्या कुल जनसंख्या से भी ज़्यादा थी, जो आश्चर्यजनक था। फिर, शाम पांच बजे के बाद मतदान में भारी उछाल आया। हमारा गठबंधन, जिसने कुछ महीने पहले ही लोकसभा चुनावों में भारी जीत हासिल की थी, विधानसभा चुनावों में पूरी तरह से ध्वस्त हो गया, जो बेहद संदिग्ध था।
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर बड़ा आरोप लगाया है। गुरुवार को उन्होंने एक प्रेस कॉफ्रेंस करके कहा कि, महाराष्ट्र में 40 लाख वोट रहस्यमयी तरीके से जोड़े गए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि, लोकसभा चुनाव में 2024 और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में 2024 के बीच इन मतदाताओं को जोड़ गया है।
उन्होंने कहा, महाराष्ट्र से पहले, हम अपने संदेह के पीछे का कारण और तर्क स्पष्ट नहीं कर पा रहे थे। लेकिन हरियाणा और महाराष्ट्र में, हमने इसे अपने सामने देखा। महाराष्ट्र में, पांच महीनों में पांच साल से ज़्यादा मतदाता जुड़े, जो एक चौंकाने वाला तथ्य था। इसके अलावा, कुछ इलाकों में मतदाताओं की संख्या कुल जनसंख्या से भी ज़्यादा थी, जो आश्चर्यजनक था। फिर, शाम पांच बजे के बाद मतदान में भारी उछाल आया। हमारा गठबंधन, जिसने कुछ महीने पहले ही लोकसभा चुनावों में भारी जीत हासिल की थी, विधानसभा चुनावों में पूरी तरह से ध्वस्त हो गया, जो बेहद संदिग्ध था।
राहुल गांधी ने आगे कहा, समस्या की जड़ क्या है? मतदाता सूची इस देश की संपत्ति है। चुनाव आयोग हमें मतदाता सूची देने से बिल्कुल इनकार कर रहा है। हमने मशीन-पठनीय महाराष्ट्र मतदाता सूची का अनुरोध किया था, लेकिन चुनाव आयोग ने हमारी याचिका खारिज कर दी। मशीन-पठनीय प्रारूप महत्वपूर्ण हैं क्योंकि हमें डेटा का विश्लेषण करने के लिए सॉफ्ट कॉपी की आवश्यकता होती है। महाराष्ट्र में शाम 5:30 बजे के बाद भारी मतदान के बारे में एक सवाल था। लेकिन हमारे लोगों और गठबंधन सहयोगियों को पता था कि मतदान केंद्रों पर ऐसा नहीं हुआ। शाम 5:30 बजे के बाद कोई लंबी कतारें नहीं थीं। इन दो बातों ने हमें यथोचित विश्वास दिलाया कि भारत का चुनाव आयोग चुनावों में धांधली करने के लिए भाजपा के साथ मिलीभगत कर रहा है।
हालांकि, हमारे पास अभी भी सबूतों का अभाव था। हमारे पास महाराष्ट्र में बड़े राज्य स्तर पर सबूत थे, जो दिखाते थे कि मतदाताओं को जोड़ा गया था, लेकिन हमें नहीं पता था कि उन्हें कैसे जोड़ा गया, वे कहां से आए, या यह प्रणाली कैसे काम करती है। इसलिए, हमने एक टीम बनाई और उन्हें बताया कि हमें यह समझने की ज़रूरत है कि यह कैसे किया जा रहा है। चुनाव आयोग ने सबूतों से पल्ला झाड़ा और उन्हें नष्ट कर दिया।
बेंगलुरु सेंट्रल लोकसभा सीट में वोट चोरी का आरोप
यही नहीं, राहुल गांधी ने बेंगलुरु सेंट्रल लोकसभा सीट में वोट चोरी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, इस पूरी प्रक्रिया में हमने बेंगलुरु सेंट्रल लोकसभा सीट के महादेवापुरा विधानसभा क्षेत्र की जांच की, जहां 1,00,250 वोट चोरी किये गए। जैसे: 11,965 डुप्लीकेट वोटर बनाए गए, 40,009 फर्जी/इनवैलिड पतों का इस्तेमाल हुआ, 10,452 वोटरों को एक ही पते पर रजिस्टर किया गया, 4,132 वोटर इनवैलिड फोटो के साथ लिस्ट में जोड़े गए और 33,692 नए वोटर फॉर्म-6 का गलत इस्तेमाल कर जोड़े गए।
25 सीटों के कारण पीएम बने नरेंद्र मोदी
राहुल गांधी ने आगे कहा, नरेंद्र मोदी 25 लोकसभा सीटों के कारण प्रधानमंत्री बने हैं। चुनाव आयोग हमें डेटा इसलिए नहीं दे रहा, क्योंकि उनको डर है कि हमने जो महादेवापुरा में किया, वही बाकी लोकसभा सीट में कर देंगे तो देश के लोकतंत्र की सच्चाई बाहर आ जाएगी। हमारे पास आपराधिक सबूत हैं, लेकिन चुनाव आयोग देशभर में सबूत को खत्म करने में लगा है। चुनाव आयोग, BJP से मिला हुआ है और उनकी मदद कर रहा है।