नेपाल में आए विनाशकारी भूकंप के कारण जिसके परिणामस्वरूप 157 से अधिक मौतें हुई हैं। हिमालयी राष्ट्र में भूकंप की तीव्रता के कारण देश के पश्चिमोत्तर हिस्से के पर्वतीय गांवों में हजारों लोगों को कड़ाके की ठंड के बावजूद शनिवार रात को बाहर सड़कों पर सोना पड़ा।
Nepal Earthquake : नेपाल में आए विनाशकारी भूकंप के कारण जिसके परिणामस्वरूप 157 से अधिक मौतें हुई हैं। हिमालयी राष्ट्र में भूकंप की तीव्रता के कारण देश के पश्चिमोत्तर हिस्से के पर्वतीय गांवों में हजारों लोगों को कड़ाके की ठंड के बावजूद शनिवार रात को बाहर सड़कों पर सोना पड़ा। नेपाल में शुक्रवार रात अचानक आए भूकंप से जाजरकोट जिले के गांवों में अधिकतर मकान या तो ढह गए या गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गए, जबकि कस्बों में कंक्रीट के कुछ मकान क्षतिग्रस्त हो गए।
खबरों के बाद, इसके बाद रविवार को 3.6 तीव्रता वाले एक और भूकंप के झटके ने नेपाल (Nepal Earthquake) को हिलाकर रख दिया। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (एनसीएस) ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर जानकारी देते हुए बताया कि भूकंप सुबह 4 बजकर 38 मिनट पर काठमांडू से 169 किमी उत्तर पश्चिम में 10 किमी की गहराई पर आया।
बचावकर्मी तत्काल सहायता पहुंचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन कई पहाड़ी गांवों तक पैदल ही पहुंचा जा सकता है जिसके कारण अभियान में बाधा पैदा हो रही है। भूकंप के कारण हुए भूस्खलन से सड़कें भी अवरुद्ध हो गई हैं। सैनिकों को अवरुद्ध सड़कों को साफ करने की कोशिश करते देखा जा सकता है। देश के उपप्रधानमंत्री नारायण काजी श्रेष्ठ ने शनिवार को कहा कि सरकार प्रभावित क्षेत्रों में सहायता पहुंचाने की कोशिश कर रही है। हजारों लोगों के रातों-रात बेघर हो जाने के कारण तंबू, भोजन और दवाइयां भेजी गई हैं।
बता दें कि यह शुक्रवार रात नेपाल मे आए जोरदार भूकंप के बाद आया है, जो कि नेपाल में आठ साल में आया सबसे भीषण भूकंप रहा। नेपाल में शुक्रवार रात आए 6.4 तीव्रता के भूकंप के कारण देश के सुदूर पर्वतीय क्षेत्र में कम से कम 157 लोगों की मौत हो गई और 160 से अधिक लोग घायल हैं, जबकि सैकड़ों मकान क्षतिग्रस्त हो गए। यह नेपाल में 2015 के बाद से सबसे विनाशकारी भूकंप है।