उत्तर प्रदेश 2022 के विधानसभा चुनाव के ऐलान के बाद भाजपा सरकार में मची मंत्रियों और विधायकों की भगदड़ के बीच भाजपा अपने मौजूदा विधायकों की संख्या को सीमित करने पर विचार कर रही है। बताया जा रहा है कि पार्टी कई विधायकों को टिकट देने से इनकार कर सकती है। इसी के कारण योगी कैबिनेट के तीन मंत्रियों सहित कुछ विधायकों ने पार्टी से इस्तीफे दे दिया है।
UP ELECTION 2022: उत्तर प्रदेश 2022 के विधानसभा चुनाव के ऐलान के बाद भाजपा (BJP) सरकार में मची मंत्रियों और विधायकों की भगदड़ के बीच भाजपा अपने मौजूदा विधायकों की संख्या को सीमित करने पर विचार कर रही है। बताया जा रहा है कि पार्टी कई विधायकों को टिकट देने से इनकार कर सकती है। इसी के कारण योगी कैबिनेट के तीन मंत्रियों सहित कुछ विधायकों ने पार्टी से इस्तीफे दे दिया है।
उत्तर प्रदेश बीजेपी के एक सीनियर नेता ने बताया कि इस बार ऐसी उम्मीद थी कि पार्टी में करीब 30% मौजूदा विधायकों के टिकट नहीं मिलेगा। लेकिन पार्टी अब अपना मन बदल लिया है। पार्टी आलाकमान अब केवल 10-15% मौजूदा विधायकों को ही टिकट देने से इनकार कर सकता है।
तीन मंत्रियों सहित इन विधायकों ने दिया इस्तीफा
स्वामी प्रसाद मौर्य, धर्म सिंह सैनी, दारा सिंह चौहान, भगवती सागर, जय चौबे, विनय शाक्य, रोशन लाल वर्मा, मुकेश वर्मा और बृजेश कुमार,माधुरी वर्मा, राधा कृष्ण शर्मा, राकेश राठौड, बाला प्रसाद अवस्थी, अवतार सिंह भड़ाना ये वे तीन मंत्री और विधायक है जिन्होंने हाल ही में पार्टी से इस्तीफा दिया है।
इन विधायकों का टिकट कटने की आशंका
सूत्रों का कहना है कि भाजपा उन मौजूदा विधायकों के टिकट के काट सकती है, जिनके खिलाफ स्थानीय लोगों की नाराजगी है। स्थानीय स्तर पर लोगों का गुस्सा सरकार के प्रति कम अपने जनप्रतिनिधियों के खिलाफ ज्यादा है।