Arvind Kejriwal News: दिल्ली शराब नीति घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में सीएम अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। हाईकोर्ट की ओर से जमानत पर रोक लगाए जाने के बाद केजरीवाल अब सीबीआई ने गिरफ्त में हैं। राउज ऐवेन्यू कोर्ट ने बुधवार को लंबी सुनवाई के बाद उन्हें तीन दिन के लिए सीबीआई रिमांड पर भेजा है। वहीं, केजरीवाल की बढ़ती मुश्किलों के बीच उनकी पत्नी सुनीता का गुस्सा सोशल मीडिया पर फूटा है।
Arvind Kejriwal News: दिल्ली शराब नीति घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में सीएम अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। हाईकोर्ट की ओर से जमानत पर रोक लगाए जाने के बाद केजरीवाल अब सीबीआई ने गिरफ्त में हैं। राउज ऐवेन्यू कोर्ट ने बुधवार को लंबी सुनवाई के बाद उन्हें तीन दिन के लिए सीबीआई रिमांड पर भेजा है। वहीं, केजरीवाल की बढ़ती मुश्किलों के बीच उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल (Sunita Kejriwal) का गुस्सा सोशल मीडिया पर फूटा है।
सुनीता केजरीवाल (Sunita Kejriwal) ने गुरुवार अपने एक्स पोस्ट में लिखा, ‘अभी तक हमेशा यही प्रार्थना रही है कि ईश्वर सबको सदबुद्धि दे। लेकिन अब प्रार्थना रहेगी कि तानाशाह का विनाश हो।’ इससे पहले उन्होंने अरविंद केजरीवाल की जमानत पर रोक और सीबीआई की ओर से की गई गिरफ्तारी को लेकर भी नाराजगी जाहिर करते हुए इसे तानाशाही और इमरजेंसी करार दिया था। सुनीता केजरीवाल ने लिखा था, ’20जून अरविंद केजरीवाल को बेल मिली। तुरंत ईडी ने स्टे लगवा लिया। अगले ही दिन सीबीआई ने Accused बना दिया।और आज गिरफ़्तार कर लिया। पूरा तंत्र इस कोशिश में है कि बंदा जेल से बाहर ना आ जाये। ये क़ानून नहीं है। ये तानाशाही है, इमरजेंसी है।’
अभी तक हमेशा यही प्रार्थना रही है कि ईश्वर सबको सदबुद्धि दे। लेकिन अब प्रार्थना रहेगी कि तानाशाह का विनाश हो।
— Sunita Kejriwal (@KejriwalSunita) June 27, 2024
इस बीच पंजाब के सीएम भगवंत मान (CM Bhagwant Mann) ने केजरीवाल की तस्वीर के साथ लिखा कहा, ‘ये तस्वीर तानाशाही के खिलाफ संघर्ष की है अरविंद केजरीवाल झुकेगा नही जितना मर्जी अत्याचार कर लो। ED कोर्ट से जमानत के बाद CBI की गिरफ्तारी BJP के इशारे पर CBI का खुला दुरपयोग है। आप जिस तरह से आदाबे सियासत भूले आप का नाम भी जालिम में लिखा जाएगा।’ वहीं , केजरीवाल सीबीआई की कस्टडी के विरोध में आम आदमी पार्टी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करने का फैसला किया है। इसे लेकर पार्टी सत्ता पक्ष को सख्त मैसेज देना चाहती है।