ओडिशा के पुरी में हर साल निकलने वाली भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा में भक्तों का उत्साह चरम पर होता है। भगवान जगन्नाथ की भक्ति में लीन भकत गण भिन्न् भिन्न् तरीके से जगन्नाथ जी के प्रति अपनी भक्ति को प्रदर्शित करते हैं।
नई दिल्ली: ओडिशा के पुरी में हर साल निकलने वाली भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा में भक्तों का उत्साह चरम पर होता है। भगवान जगन्नाथ की भक्ति में लीन भकत गण भिन्न् भिन्न् तरीके से जगन्नाथ जी के प्रति अपनी भक्ति को प्रदर्शित करते हैं। इस बार रथ यात्रा निकलने से पहले पुरी के एक कलाकार बिस्वजीत नायक ने 975 आइसक्रीम स्टिक की मदद से भगवान जगन्नाथ का रथ बनाया है।स्टिक का उपयोग कर बनाया गया रथ लोगों का मन मोह ले रहा है। कलाकार बिस्वजीत नायक की भगवान जगन्नाथ के प्रति ऐसी श्रद्वा है कि इसके पहले वो आइसक्रीम स्टिक की मदद से भगवान जगन्नाथ की मूर्ति भी बनाई थी।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, एक इंटरव्यू में बिस्वजीत ने बताया कि उन्होंने 975 आइसक्रीम स्टिक के साथ भगवान जगन्नाथ का छोटा सा रथ तैयार किया है।साथ ही बताया कि इस रथ में 16 पहिए और चार घोड़े बनाए गए हैं। वहीं बिस्वजीत ने रथ को पांच दिन में तैयार किया है।
जानकारी के मुताबिक रथ यात्रा भगवान जगन्नाथ से जुड़ा एक त्योहार है, जो ओडिशा राज्य में हर साल पुरी में आयोजित किया जाता है।हिन्दू धर्म में चार धामों का बहुत महत्त्व है। इन्हीं में से एक धाम जगन्नाथ पुरी भारत के पूर्वी हिस्से में स्थित है। हर साल यहां आषाढ़ शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि से रथयात्रा का आयोजन होता है। श्री जगन्नाथजी, बलभद्रजी और सुभद्राजी रथ में बैठकर अपनी मौसी के घर, तीन किलोमीटर दूर गुंडिचा मंदिर जाते हैं। लाखों लोग रथ खींच कर तीनों को वहां ले जाते हैं। फिरआषाढ़ शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को तीनों वापस अपने स्थान पर आते हैं। रथयात्रा को देखने के लिएलाखों लोग देश-विदेश से पुरी आते हैं।