Farmers Chalo Delhi Protest : किसानों के दिल्ली कूच के आह्वान के बाद 13 फरवरी को संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) और किसान मजदूर मोर्चा समेत 26 किसान संगठन दिल्ली कूच करेंगे। जिसको देखते हुए पुलिस व प्रशासन ने किसानों को रोकने की पूरी तैयारियां कर ली है। जिसके तहत पुलिस ने दिल्ली से लगे यूपी और हरियाणा की सीमाओं पर बैरिकेड लगाने के साथ 5,000 से अधिक सुरक्षा कर्मियों को तैनात करने का फैसला लिया।
Farmers Chalo Delhi Protest : किसानों के दिल्ली कूच के आह्वान के बाद 13 फरवरी को संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) और किसान मजदूर मोर्चा समेत 26 किसान संगठन दिल्ली कूच करेंगे। जिसको देखते हुए पुलिस व प्रशासन ने किसानों को रोकने की पूरी तैयारियां कर ली है। जिसके तहत पुलिस ने दिल्ली से लगे यूपी और हरियाणा की सीमाओं पर बैरिकेड लगाने के साथ 5,000 से अधिक सुरक्षा कर्मियों को तैनात करने का फैसला लिया।
दरअसल, किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी तथा अन्य मांगों को लेकर प्रदर्शन की तैयारी में हैं। जिसके लिए किसानों की ओर से मंगलवार को दिल्ली मार्च के आह्वान किया है, जिसको देखते हुए सिंघु बॉर्डर (Singhu Border) के पास सुरक्षा कड़ी की जा रही है। साथ ही भारी संख्या में पुलिसकर्मियों और सुरक्षाबलों की तैनाती करने को कहा गया है। गाजीपुर और सिंघु बॉर्डर के बाद अब टिकरी बॉर्डर (Tikri Border) के पास भी सुरक्षा कड़ी की जा रही है। अब टिकरी बॉर्डर के पास भी बैरिकेडिंग का काम जारी है। इसके अलावा पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर शंभू बॉर्डर को सील कर दिया गया है और सीमा पर बीएसएफ और आरएएफ के जवानों को भी तैनात कर दिया गया है।
हरियाणा के अंबाला में डीसीपी अर्शदीप सिंह (DCP Arshdeep Singh) ने कहा, “किसान आंदोलन की वजह से हमने शंभू बॉर्डर को सील कर दिया है। जब वे (किसान) यहां आएंगे, तो हम उनसे अनुरोध करेंगे कि वे इससे आगे न जाएं, क्योंकि किसानों को शंभू बॉर्डर से आगे जाने की इजाजत नहीं है। हम चाहते हैं कि किसान शांतिपूर्वक आंदोलन समाप्त करें। वहीं, किसान आंदोलन को ध्यान में रखते हुए 11 फरवरी को सुबह 6 बजे से 13 फरवरी को रात 11 बजकर 59 मिनट तक हरियाणा के अंबाला, कुरूक्षेत्र, कैथल, जिंद, हिसार, फतेहाबाद और सिरसा जिलों में इंटरनेट सेवा को सस्पेंड रखा गया है।
किसान नेताओं से 12 फरवरी को सरकार करेगी बात
लोकसभा चुनाव से ठीक पहले किसानों आंदोलन, सरकार के लिए एक बड़ी मुसीबत बन सकता है। ऐसे में आंदोलन को रोकने के लिए सरकार ने किसान नेताओं को बातचीत के लिए बुलाया है। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर के अनुसार, केंद्र सरकार ने उनकी मांगों पर चर्चा के लिए उन्हें 12 फरवरी को आमंत्रित किया है। उन्होंने कहा कि तीन केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, अर्जुन मुंडा और नित्यानंद राय संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा के प्रतिनिधिमंडल के साथ बातचीत करने के लिए 12 फरवरी को चंडीगढ़ पहुंचेंगे। यह बैठक किसानों के ‘दिल्ली चलो’ मार्च से एक दिन पहले सेक्टर 26 में महात्मा गांधी राज्य लोक प्रशासन संस्थान में होगी।