साल 2022 में उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव हैं, ऐसे में चुनाव से पहले प्रदेश में सियासी सरगर्मियां बढ़ गई हैं। इस बीच सीएम योगी आदित्यनाथ और पूर्व सीएम अखिलेश यादव के ट्विटर अकाउंट चर्चा का विषय बने हुए है।
लखनऊ। साल 2022 में उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव हैं, ऐसे में चुनाव से पहले प्रदेश में सियासी सरगर्मियां बढ़ गई हैं। इस बीच सीएम योगी आदित्यनाथ और पूर्व सीएम अखिलेश यादव के ट्विटर अकाउंट चर्चा का विषय बने हुए है। दरअसल, दोनों ही नेताओं के ट्विटर अकाउंट पर फॉलोअर्स की संख्या 14.1 मिलियन हो गई है। बता दें कि यह पहला मौका है, जब किन्हीं दो परस्पर विरोधी नेताओं के फॉलोअर्स की संख्या एक समान हुई हो।
जानकारी के मुताबिक, यूपी के पूर्व सीएम व समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव जुलाई 2009 में ट्विटर पर आए थे। वहीं, सीएम योगी आदित्यनाथ सितंबर 2015 में ट्विटर पर आए। दोनों ही नेता ट्विटर पर खासे सक्रिय रहते हैं, चाहे वह अपनी सरकारों के काम की उपलब्धियां बतानी हों या विरोधी पर हमले करने हों। दोनों ही लगातार ट्वीट करते हैं। तो वहीं, शुक्रवार को पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए हमला बोला।
अखिलेश ने लिखा, ‘इधर बेकारी-बेरोज़गारी रिकार्ड तोड़ रही है, उधर महंगाई कमर तोड़ रही है। न मनरेगा में काम है, न स्किल मैपिंग का कहीं अता-पता है और न ही इंवेस्टमेंट मीट के निवेश का। व्यापार, कारोबार, दुकानदारी, कारीगरी सब ठप्प है। बंदरबांट में उलझी भाजपा सरकार से जनता को कोई उम्मीद भी नहीं है।