पीएम ने कहा, आज जहां पर चंद्रयान-3 लैंड किया गया है उस प्वाइंट को एक नाम दिया गया और वो नाम दिया गया है- शिवशक्ति। आज जब शिव की बात होती है शुभम होता है और शक्ति की बात होती है तो मेरी देश की नारी शक्ति की बात होती है। जब शिव की बात होती है तो हिमालय याद आता है और शक्ति की बात होती है तो कन्याकुमारी याद आता है। हिमालय से कन्याकुमारी तक इस भावना को उस प्वाइंट में प्रतिबिंबित करने के लिए इसका नाम शिवशक्ति तय किया है।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चार दिनों की विदेश यात्रा पूरी करने के बाद देश लौट आए हैं। यहां आने के बाद वो सबसे पहले प्रधानमंत्री चंद्रयान-3 की चांद पर ऐतिहासिक सॉफ्ट लैंडिंग को सफल बनाने वाले वैज्ञानिकों से मुलाकात की और इसके बाद वो दिल्ली पहुंचे हैं। इस दौरान लोगों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि, इतनी कड़ी धूम में आप सभी का यहां आना और चंद्रयान के सफलता को सेलिब्रेट करना और मुझे भी सेलिब्रेशन में हिस्सेदार बनने का सौभाग्य मिले, ये भी मेरा सौभाग्य है। इसके लिए मैं आप सबका अभिनंदन करता हूं।
पीएम ने कहा, आज जहां पर चंद्रयान-3 लैंड किया गया है उस प्वाइंट को एक नाम दिया गया और वो नाम दिया गया है- शिवशक्ति। आज जब शिव की बात होती है शुभम होता है और शक्ति की बात होती है तो मेरी देश की नारी शक्ति की बात होती है। जब शिव की बात होती है तो हिमालय याद आता है और शक्ति की बात होती है तो कन्याकुमारी याद आता है। हिमालय से कन्याकुमारी तक इस भावना को उस प्वाइंट में प्रतिबिंबित करने के लिए इसका नाम शिवशक्ति तय किया है।
उन्होंने कहा कि, आज चंद्रयान-2 के प्वाइंट का भी नामकरण किया और उस प्वाइंट का नाम तिरंगा रखा गया। हर संकटों से जूझने का सामर्थ्य तिरंगा देता है। साथ ही कहा कि, मैंने ब्रिक्स समिट में भी देखा कि शायद ही दुनिया का कोई व्यक्ति हो, जो चंद्रयान की बात न की हो, बधाई न दी हो। जो बधाईयां हमें वहां मिली हैं, वो आते ही हमने सभी वैज्ञानिकों के सामने उसे सुपुर्द कर दिया।
साथ ही कहा, आने वाले दिनों में कुछ दायित्व हमारा भी है, वैज्ञानिकों ने हमारा काम किया है- चाहे सैटेलाइट हो, चंद्रयान की यात्रा हो। सामान्य मानवी के जीवन में इसका बहुत बड़ा प्रभाव होता है। इसलिए इस बार मेरे देश के युवा शक्ति को विज्ञान के प्रति रूचि बढ़े, टेक्नोलॉजी के प्रति रूचि बढ़े, हमें इस बात को आगे ले जाना है। आने वाले दिनों में मैं देश के नौजवानों के लिए Hackathon ऑर्गेनाइज करना चाहता हूं। पिछले दिनों कई Hackathon में देश के लाखों विद्यार्थी 30 से 40 घंटे नॉन स्टॉप काम करके बढ़िया-बढ़िया आइडियाज दिए हैं।
पीएम ने कहा, 21वीं सदी Technology-driven है और दुनिया में वही देश आगे बढ़ने वाला है, जिसकी साइंस एंड टेक्नोलॉजी में महारत होगी। इसलिए समय की मांग है कि 2047 में हमारे देश को विकसित भारत के सपने को पार करने के लिए, हमें साइंस एंड टेक्नोलॉजी की राह पर और अधिक मजबूती से आगे बढ़ना है। साथ ही कहा, ये जो बड़ी सफलता मिली है, जो उमंग, उत्साह है…उसको अब शक्ति में चैनालाइज करना है और शक्ति में चैनालाइज करने के लिए MyGov पर 1 सितंबर से क्विज कंप्टीशन आरंभ होगा। ताकि हमारे नौजवान छोटे-छोटे सवाल-जवाब देखेंगे तो धीरे-धीरे उनकी उसमें रूचि बढ़ेगी।