हिंदू धर्म में मांगलिक कार्य करने के लिए शुभ मुहूर्त देख कर किया जाता है। मुहूर्त देखने के पीछे यह मान्यता है कि शुभ मुहूर्त में किया गया निश्चित ही सफल होता है। मांगलिक कार्यों की सफलता के लिए लोग ईश्वर से प्रार्थना करते है।
Panchak : हिंदू धर्म में मांगलिक कार्य करने के लिए शुभ मुहूर्त देख कर किया जाता है। मुहूर्त देखने के पीछे यह मान्यता है कि शुभ मुहूर्त में किया गया निश्चित ही सफल होता है। मांगलिक कार्यों की सफलता के लिए लोग ईश्वर से प्रार्थना करते है। ज्योतिष शास्त्र में पंचक काल का विशेष महत्व है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार,जब भी चंद्रमा का गोचर धनिष्ठा, शतभिषा, पूर्वा भाद्रपद, उत्तरा भाद्रपद और रेवती नक्षत्र में होता है तो पंचक लगता है। इसके अलावा चंद्रमा का गोचर कुंभ और मीन राशि में होना भी पंचक काल लाता है। इस बार पंचक 25 अप्रैल 2022, सोमवार को वैशाख मास की कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि से लग रहा है, जो 29 अप्रैल 2022, शुक्रवार तक चलेंगे। पंचक काल में शुभ कार्य करना वर्जित होता है।
मान्यता है कि पंचक के दौरान लकड़ी से जुड़े कोई भी कार्य नहीं करने चाहिए। इस अवधि में मकान के छत की ढलाई करना भी निषेध माना गया है, क्योंकि ऐसा करने से घर मे रहने वालों के बीच आपसी मनमुटाव बढ़ने लगता है।