HBE Ads
  1. हिन्दी समाचार
  2. एस्ट्रोलोजी
  3. पंचांग • गुरुवार, 22 जुलाई, 2021

पंचांग • गुरुवार, 22 जुलाई, 2021

पंचांग 22/07/21, गुरुवार यह पृष्ठ 22 जुलाई, 2021 को तिथि, नक्षत्र, अच्छा और बुरा समय आदि दिखाता है।

By प्रीति कुमारी 
Updated Date

पंचांग • गुरुवार, 22 जुलाई, 2021

पढ़ें :- Tulsi Mala : तुलसी माला धारण के ये है नियम , ये ग्रह मजबूत होते  है

विक्रम संवत – 2078, आनंद,
शक संवत – 1943, प्लावस
पूर्णिमांत – आषाढ़:
अमंत मास – आषाढ़

तिथि
शुक्ल पक्ष त्रयोदशी – 21 जुलाई 04:26 अपराह्न – 22 जुलाई 01:33 अपराह्न
शुक्ल पक्ष चतुर्दशी – 22 जुलाई 01:33 अपराह्न – 23 जुलाई 10:43 पूर्वाह्न

नक्षत्र
मूल – 21 जुलाई 06:30 अपराह्न – 22 जुलाई 04:25 अपराह्न
पूर्वा आषाढ़ – 22 जुलाई 04:25 अपराह्न – 23 जुलाई 02:26 अपराह्न

करण
तैतीला – 22 जुलाई 02:59 पूर्वाह्न – 22 जुलाई 01:33 अपराह्न
गरिजा – 22 जुलाई 01:33 अपराह्न – 23 जुलाई 12:07 पूर्वाह्न
वनिजा – जुलाई 23 12:07 पूर्वाह्न – जुलाई 23 10:43 पूर्वाह्न

पढ़ें :- Mokshada Ekadashi 2024: मोक्षदा एकादशी पर भगवान श्रीहरि की कृपा बरसती है , जानें तिथि - शुभ मुहूर्त और पूजन विधि

योग
इंद्र – 21 जुलाई 04:11 अपराह्न – 22 जुलाई 12:45 अपराह्न
वैधृति – 22 जुलाई 12:45 अपराह्न – 23 जुलाई 09:23 पूर्वाह्न

वारा
गुरुवार (गुरुवार)

सूर्य और चंद्रमा का समय
सूर्योदय – 5:57 AM
सूर्यास्त – शाम 7:09 बजे
चंद्रोदय – जुलाई 22 5:50 अपराह्न
चंद्रास्त – जुलाई 23 4:41 पूर्वाह्न

अशुभ काल
राहु – 2:12 अपराह्न – 3:51 अपराह्न
यमगंडा – 5:56 पूर्वाह्न – 7:36 पूर्वाह्न
गुलिका – 9:15 पूर्वाह्न – 10:54 पूर्वाह्न
दुर मुहूर्त – 10:21 पूर्वाह्न – 11:14 पूर्वाह्न, 03:38 अपराह्न – 04:30 अपराह्न
वर्ज्यम – 01:13 पूर्वाह्न – 02:41 पूर्वाह्न

शुभ मुहूर्त
अभिजीत मुहूर्त – 12:06 अपराह्न – 12:59 अपराह्न
अमृत ​​काल – 10:39 पूर्वाह्न – 12:06 अपराह्न
ब्रह्म मुहूर्त – 04:20 पूर्वाह्न – 05:08 पूर्वाह्न

पढ़ें :- Vivah Panchami 2024 : विवाह पंचमी के दिन करें ये काम , जानें तिथि और शुभ मुहूर्त

आनंददी योग
धुमरा (ठुमरा) – अपराह्न 04:25 तक
प्रजापति (धाता)

सूर्या रसी
कर्क (कर्क) में सूर्य

चंद्र रासी
चंद्रमा धनु (धनु) में भ्रमण करता है

चंद्र मास
अमंता – आषाढ़:
पूर्णिमांत – आषाढ़:
शक वर्ष (राष्ट्रीय कैलेंडर) – आषाढ़ 31, 1943
वैदिक ऋतु – ग्रिश्मा (ग्रीष्मकालीन)
ड्रिक रितु – वर्षा (मानसून)

चंद्राष्टम
1. कृतिका अंतिम ३ पदम, रोहिणी , मृगशीर्ष प्रथम २ पदम

पढ़ें :- Darsh Amavasya 2024 : दर्श अमावस्या के दिन पितरों की शांति के लिए करें पूजा , जानें महत्व और पूजा विधि
Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...