कांग्रेस पार्टी (Congress Party) के पूर्व नेता व राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल (Kapil Sibal) ने एक बार फिर गुरुवार को नए संसद भवन का उद्घाटन समारोह को लेकर जारी रार पर केंद्र की मोदी सरकार को घेरा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि नए संसद भवन (Parliament New Building) का उद्घाटन संसद हमारे गणतंत्र का प्रतीक है।
नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी (Congress Party) के पूर्व नेता व राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल (Kapil Sibal) ने एक बार फिर गुरुवार को नए संसद भवन का उद्घाटन समारोह को लेकर जारी रार पर केंद्र की मोदी सरकार को घेरा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि नए संसद भवन (Parliament New Building) का उद्घाटन संसद हमारे गणतंत्र का प्रतीक है। राष्ट्रपति गणतंत्र का प्रमुख होता है। इस औपचारिक आयोजन में राष्ट्रपति की अनुपस्थिति हमारे गणतंत्र के लोकाचार का अवमूल्यन करने के बराबर है। क्या सरकार को परवाह है?
Inauguration of the new Parliament building
Parliament symbolises our Republic
The President is the head of the Republic
The absence of the President in this ceremonial event amounts to devaluing the ethos of our Republic
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Does the government care !
— Kapil Sibal (@KapilSibal) May 25, 2023
इसे पहले बुधवार को भी नए संसद भवन के उद्घाटन को लेकर कपिल सिब्बल ने पीएम मोदी और अमित शाह पर तंज कसा। कपिल सिब्बल ने अमित शाह के बयान के सहारे पीएम मोदी को घेरते हुए कहा कि- नया संसद भवन पीएम मोदी का लॉन्ग टर्म विजन नहीं है। पीएम मोदी का लॉन्ग टर्म विजन तो बेरोजगारी महंगाई है।
मोदी जी भारत के राष्ट्रपति से संसद भवन के उद्घाटन का हक़ छीनकर आप क्या जताना चाहते हैं ?
मोदी जी,
संसद, जनता द्वारा स्थापित लोकतंत्र का मंदिर है।महामहिम राष्ट्रपति का पद संसद का प्रथम अंग है।
आपकी सरकार के अहंकार ने संसदीय प्रणाली को ध्वस्त कर दिया है।
140 Cr भारतीय जानना चाहते हैं कि भारत के राष्ट्रपति से संसद भवन के उद्घाटन का हक़ छीनकर आप क्या जताना चाहते हैं ?
— Mallikarjun Kharge (@kharge) May 25, 2023
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुनखड़गे ने ट्वीट कर कहा कि मोदी जी, संसद, जनता द्वारा स्थापित लोकतंत्र का मंदिर है। महामहिम राष्ट्रपति का पद संसद का प्रथम अंग है। आपकी सरकार के अहंकार ने संसदीय प्रणाली को ध्वस्त कर दिया है। 140 करोड़ भारतीय जानना चाहते हैं कि भारत के राष्ट्रपति से संसद भवन के उद्घाटन का हक़ छीनकर आप क्या जताना चाहते हैं ?