अगर आप कार का कम इस्तेमाल करते हैं, लेकिन फिर भी आपको हर साल भारी-भरकम इंश्योरेंस प्रीमियम भरना पड़ता है, तो Pay As You Drive Insurance पॉलिसी आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकती है। यह खासतौर पर उन वाहन मालिकों के लिए फायदेमंद है, जो अपनी गाड़ी का इस्तेमाल कम करते हैं।
नई दिल्ली। अगर आप कार का कम इस्तेमाल करते हैं, लेकिन फिर भी आपको हर साल भारी-भरकम इंश्योरेंस प्रीमियम भरना पड़ता है, तो Pay As You Drive Insurance पॉलिसी आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकती है। यह खासतौर पर उन वाहन मालिकों के लिए फायदेमंद है, जो अपनी गाड़ी का इस्तेमाल कम करते हैं। इसके बावजूद फिक्स्ड प्रीमियम (Fixed Premium) भरने के झंझट से बचना चाहते हैं। इस पॉलिसी में इंश्योरेंस कंपनियां ग्राहकों को 2500, 5000 और 7000 किलोमीटर की लिमिट के हिसाब से प्लान ऑफर करती हैं, जिससे वे अपनी जरूरत के अनुसार इंश्योरेंस का चुनाव कर सकते हैं।
कैसे काम करती है यह पॉलिसी?
Pay As You Drive Insurance पॉलिसी के तहत, कार मालिक को उसकी सालाना रनिंग के अनुसार प्रीमियम भरना होता है। अगर आपकी कार एक साल में 2500 किलोमीटर से कम चलती है, तो आप इस लिमिट के हिसाब से पॉलिसी लेकर पैसे बचा सकते हैं। इस पॉलिसी का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसका प्रीमियम वाहन की उपयोगिता के हिसाब से तय किया जाता है, जिससे उन लोगों को राहत मिलती है, जो गाड़ी का इस्तेमाल कम करते हैं।
किन कंपनियों के पास उपलब्ध है यह पॉलिसी?
भारतीय बाजार में हर इंश्योरेंस कंपनी यह पॉलिसी ऑफर नहीं करती। फिलहाल, Reliance General Insurance और ICICI Lombard जैसी कुछ कंपनियां इस तरह के प्लान मुहैया करा रही हैं।
क्या हैं इसके फायदे और नुकसान?
कम ड्राइविंग करने वालों के लिए यह पॉलिसी फायदेमंद है, क्योंकि इससे प्रीमियम की लागत काफी हद तक घट जाती है।
जरूरत के हिसाब से प्लान चुनने की सुविधा मिलती है।
अगर तय किलोमीटर की सीमा पार हो जाती है और पॉलिसी को रिन्यू नहीं कराया जाता, तो इंश्योरेंस कवरेज समाप्त हो जाएगा। 2500 किलोमीटर की पॉलिसी लेने के बाद अगर रनिंग ज्यादा हो गई, तो बिना रिन्यूअल के दुर्घटना की स्थिति में क्लेम नहीं मिलेगा।
क्या आपको यह पॉलिसी लेनी चाहिए?
अगर आपकी गाड़ी की रनिंग लिमिटेड है और आप प्रीमियम पर खर्च कम करना चाहते हैं, तो Pay As You Drive Insurance एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। हालांकि, इसे लेने से पहले अपनी जरूरतों का सही आंकलन करना जरूरी है, ताकि भविष्य में किसी तरह की असुविधा न हो।