प्रकृति का अनुपम उपहार पीपल 24 घंटे ऑक्सीजन देता है। दुनिया में ऐसे 9 पेड़-पाैधे हैं जिससे 24 घंटे ऑक्सीजन मिलती है। इनमें अारिका बाम, एलोवेरी, तुलसी, वाइल्ड जरबेरा, स्नेक प्लांट, आरकिड, क्रिसमस केक्टस, पीपल और नीम शामिल हैं।
Peepal ke Upay : प्रकृति का अनुपम उपहार पीपल 24 घंटे ऑक्सीजन देता है। दुनिया में ऐसे 9 पेड़-पाैधे हैं जिससे 24 घंटे ऑक्सीजन मिलती है। इनमें अारिका बाम, एलोवेरी, तुलसी, वाइल्ड जरबेरा, स्नेक प्लांट, आरकिड, क्रिसमस केक्टस, पीपल और नीम शामिल हैं। ये पेड़ पौधे हर वक्त ऑक्सीजन देते हैं।
सनातन धर्म में पीपल के पेड़ को पूजनीय माना गया है। धार्मिक मान्यता है कि पीपल पर देवताओं का वास माना गया है इसलिए इनकी पूजा करना बहुत ही फलदायी होता है। इसमें भगवान विष्णु, भगवान शिव और ब्रह्मा जी का वास होता है। इस पेड़ का पूजन करने से देवताओं का आशीर्वाद मिलता है और सभी कष्ट दूर होते हैं। पीपल का पेड़ भूलकर भी घर में नहीं लगाया जाता। इस पेड़ की पूजा किसी मंदिर में जाकर ही की जाती है। यदि पीपल के पेड़ घर की छत या दीवार पर उग जाए तो इसे अशुभ माना जाता है।
छत पर पीपल का पेड़
अगर आपके भी घर की छत या दीवार पर पीपल का पेड़ उग गया है तो उसे उखाड़ कर फेंक देना ही बेहतर होता है। क्योंकि इसकी वजह से आपको आर्थिक संकटों का सामना करना पड़ सकता है।
पीपल पेड़ हटाने का सही तरीका
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार घर के अंदर या बाहर कहीं भी पीपल का पेड़ उगता हुआ दिखाई दे तो उसे उखाड़ देना चाहिए। लेकिन ध्यान रखें कि घर की महिलाओं को कभी भी पीपल का पेड़ नहीं उखाड़ना चाहिए। ऐसा करना अशुभ माना जाता है।
रोजाना जल अर्पित करना चाहिए
बता दें कि पीपल का पेड़ उखाड़ने से पहले 45 दिनों तक उसकी पूजा की जाती है और रोजाना जल अर्पित करना चाहिए। जल में कुछ बूंदे दूध की मिलाएं तो बहुत शुभ होता है।
खाली जगह या मंदिर में लगा दें
पूजा करते वक्त पीपल के पेड़ के नजदीक घी का दीपक भी जलाना चाहिए।
ऐसा 45 दिन तक करें और फिर 45 दिन के बाद पीपल के पौधे को उखाड़ दें। फिर उखाड़े गए पौधे को किसी खाली जगह या मंदिर में लगा दें।
तकिए के नीचे पीपल का पत्ता रख दें
अगर आप लंबे समय से किसी बीमारी का सामना कर रहे हैं, तो ऐसे में आप रात को सोने से पहले तकिए के नीचे पीपल का पत्ता रख दें।
रोजाना पूजा करें
इसके अलावा जीवन के संकट और दुख को दूर करने के लिए सोमवार या फिर किसी खास अवसर पर पीपल के पेड़ के नीचे शिवलिंग विराजमान कर रोजाना पूजा करें।