Pegasus spy: पेगासस जासूसी कांड को लेकर देश की राजनीति में एक बार फिर से भूचाल आ गया है। अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स के दावे के बाद से हड़कंप मच गया। विपक्षी दल इसको लेकर लगातार मोदी सरकार को घेरने में जुट गए हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को मोदी सरकार पर बड़ा हमला बोला था। वहीं, अब कांग्रेस ने केंद्र की मोदी सरकार को घेरा है।
Pegasus spy: पेगासस जासूसी कांड को लेकर देश की राजनीति में एक बार फिर से भूचाल आ गया है। अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स के दावे के बाद से हड़कंप मच गया। विपक्षी दल इसको लेकर लगातार मोदी सरकार को घेरने में जुट गए हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने शनिवार को मोदी सरकार (Modi government) पर बड़ा हमला बोला था। वहीं, अब कांग्रेस ने केंद्र की मोदी सरकार को घेरा है।
1. पेगासस जासूसी काण्ड का भूत केन्द्र सरकार व भाजपा की नींद लगातार उड़ाए हुए है। इस अति-गंभीर मामले में नित्य नए खुलासे हो रहे हैं, फिर भी देश व जनता के प्रति जवाबदेह व जिम्मेदार होकर विश्वसनीय जवाब देने के बजाय केन्द्र की चुप्पी और भी नए सवाल खड़ी करती है। सरकार खुलासा करे।
— Mayawati (@Mayawati) January 30, 2022
मायावती (Mayawati) ने ट्वीट कर लिखा है कि, ‘पेगासस जासूसी काण्ड (Pegasus spy) का भूत केन्द्र सरकार व भाजपा की नींद लगातार उड़ाए हुए है। इस अति-गंभीर मामले में नित्य नए खुलासे हो रहे हैं, फिर भी देश व जनता के प्रति जवाबदेह व जिम्मेदार होकर विश्वसनीय जवाब देने के बजाय केन्द्र की चुप्पी और भी नए सवाल खड़ी करती है। सरकार खुलासा करे।’
इसके साथ ही उन्होंने दूसरे ट्वीट में लिखा है कि, ‘साथ ही, पेगासस (Pegasus spy) के नए तथ्यों पर पूर्व सेना प्रमुख व केन्द्रीय मंत्री की ’सुपारी मीडिया’ जैसी टिप्पणी अति-अशोभनीय, जो सरकार की संकीर्ण सोच को प्रमाणित करता है। पेगासस मामले में भारत का नाम मैक्सिको, पोलैण्ड, हंगरी आदि देशों के शासकों की श्रेणी में आना भी कम चिन्ता की बात नहीं।’
बता दें कि, न्यूयॉर्क टाइम्स में छपी रिपोर्ट में कहा गया है कि, ‘2017 में भारत और इस्राइल के बीच जो रक्षा सौदा हुआ था, उसमें पेगासस स्पाईवेयर और एक मिसाइल प्रणाली की खरीद मुख्य रूप से शामिल थी। इजराइल से मिसाइल सिस्टम खरीदने के लिए की गई 2 अरब डॉलर की भारी भरकम डील के दौरान उससे पेगासस स्पाइवेयर भी खरीदा था।’