मुंबई: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पांच महीने की बच्ची के लिए तकरीबन छह करोड़ रुपए का टैक्स माफ कर दिया है। इस बच्ची का नाम तीरा कामत है, जोकि मुंबई के एक अस्पताल में मौत और जिंदगी के बीच की लड़ाई लड़ रही है। दरअसल, इस बच्ची को स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी (SMA) नाम की बीमारी है। इस बीमारी के इलाज के लिए एक खास इंजेक्शन लगाया जाता है, जिसका नाम Zolgensma है।
इस इंजेक्शन को अमेरिका से मंगाया जाता है। यही नहीं, इसके इलाज में लगभग 16 करोड़ रुपये का खर्च आता है। ये तो सिर्फ एक इलाज का खर्चा है। मगर भारत आने के बाद इसपर इम्पोर्ट ड्यूटी और टैक्स लगता है, जिसके बाद इसकी कीमत 22 करोड़ रुपए हो जाती है। ऐसे में किसी भी मिडिल क्लास परिवार के लिए इतने रुपए खर्च करना बेहद मुश्किल काम है।
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ऐसे में तीरा कामत के माता-पिता मिहिर और प्रियंका ने क्राउडफंडिंग के जरिए अपनी बेटी के लिए फंड जोड़ने का सोचा। न्यूज़ एजेंसी एएनआई के अनुसार, उन्होंने इसकी मदद से 15 करोड़ रुपये जुटा लिए हैं। मगर बाक़ी रकम इकट्ठा करना असंभव लग रहा था। ऐसे में इस कपल ने सोशल मीडिया पर एक अपील की, जिसे भारत सरकार ने सुन लिया।
उन्होंने अपनी अपील में बताया था कि दवाओं पर 23% इम्पोर्ट ड्यूटी और 12% जीएसटी लगता है जो इलाज के खर्च को और बढ़ा देता है। यही नहीं, इन दवाओं के पेपर वर्क में इतना समय लगता जय कि तब तक तीरा का क्या होगा पता नहीं। मगर फिलहाल के लिए वो जिंदगी और मौत के बीच झूल रही है। तीरा के पेरेंट्स की अपील सुनकर महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा और उसमें इम्पोर्ट ड्यूटी और जीएसटी माफ करने को कहा।
Sincere gratitude to Hon PM @narendramodi ji for your humanitarian and extremely sensitive approach towards exempting all the taxes (approx ₹6.5 crore) for importing the life saving drug for Mumbai’s 5 month old Teera Kamat!
I wish Teera a speedy recovery & healthy life! pic.twitter.com/wxT8PsnSx5— Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) February 9, 2021
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वहीं, प्रधामंत्री कार्यालय ने फडणवीस की अपील को मानते हुए करीब छह करोड़ रुपये का टैक्स माफ कर दिया है। ऐसे में पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने धानमंत्री कार्यालय का शुक्रिया अदा किया। बता दें, स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी बीमारी में धीमे-धीमे मोटर न्यूरांस खत्म होने लगते हैं, जिसकी वजह से किसी इंसान का अपनी मांसपेशियों की गतिविधियों पर खुद का कंट्रोल खत्म हो जाता है। धीमे-धीमे शरीर की हर हरकत बंद होने लगती है। पूरी तरह से इस बीमारी का इलाज संभव नहीं है।