CM Siddaramaiah on TV Anchors Boycott: विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' में शामिल दलों ने 14 मीडिया एंकर्स के शो में अपने प्रतिनिधियों को न भेजने के फैसले पर विवाद बढ़ता हुआ नजर आ रहा है। इस मुद्दे पर अब भाजपा और विपक्षी गठबंधन आमने-सामने नजर आ रहा है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इस फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए आरोप लगाया था कि विपक्षी गठबंधन 9 चैनलों में 14 एंकरों का बहिष्कार करके मीडिया को धमका रहा है। वहीं, कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया ने नड्डा के हमलों पर पलटवार किया है।
CM Siddaramaiah on TV Anchors Boycott: विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ में शामिल दलों ने 14 मीडिया एंकर्स के शो में अपने प्रतिनिधियों को न भेजने के फैसले पर विवाद बढ़ता हुआ नजर आ रहा है। इस मुद्दे पर अब भाजपा और विपक्षी गठबंधन आमने-सामने नजर आ रहा है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इस फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए आरोप लगाया था कि विपक्षी गठबंधन 9 चैनलों में 14 एंकरों का बहिष्कार करके मीडिया को धमका रहा है। वहीं, कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया ने नड्डा के हमलों पर पलटवार किया है।
सीएम सिद्धारमैया ने भाजपा और पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, ‘श्री जेपी नड्डा, हम आपको मीडिया पर वास्तविक हमले का डेटा देंगे। आप शायद यह भूल गए होंगे, लेकिन भारत को यह आज भी याद है। जिन पत्रकारों को सच्चाई बताने के कारण गिरफ़्तार किया गया।’ उन्होंने इसी के साथ कई लोगों के नाम साझा किए हैं। उन्होंने आगे पूछा भाजपा का इस पर क्या कहना है?
Mr. @JPNadda avare,
We will give you the data on the actual attack on the media. You may have forgotten this, but INDIA still remembers it.
Journalists who were arrested for reporting the truth:
पढ़ें :- एक आदमी बनना चाहता है 'सुपरमैन', मोहन भागवत के इस बयान को विरोधी दल पीएम मोदी से जोड़कर देख रहे हैं , चढ़ा सियासी पारा
-Siddique Kappan
-Mohammed Zubair
-Ajit Ojha
-Jaspal Singh
-Sajad Gul… pic.twitter.com/2MvIeVkPoG— Siddaramaiah (@siddaramaiah) September 15, 2023
इसके अलावा सिद्धारमैया ने अपनी पोस्ट में एक पोस्ट भी साझा किया है। जिसमें लिखा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले 10 सालों में एक भी प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित न करके हर भारतीय पत्रकार का बहिष्कार किया है। उन्होंने आगे कहा कि 14 एंकर्स का बहिष्कार करना कैसे गलत हो सकता है जिन्होंने एक राजनीतिक पार्टी का माउथपीस बनकर मीडिया की नैतिकता से समझौता कर लिया हो।’