Mann Ki Baat Live : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने मन की बात कार्यक्रम (Mann Ki Baat Program) के 84 वें संस्करण में कहा कि "मेरे प्यारे देशवासियों, महाभारत के युद्ध के समय, भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को कहा था – ‘नभः स्पृशं दीप्तम्’ यानि गर्व के साथ आकाश को छूना। ये भारतीय वायुसेना का आदर्श वाक्य भी है।
Mann Ki Baat Live : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने मन की बात कार्यक्रम (Mann Ki Baat Program) के 84 वें संस्करण में कहा कि “मेरे प्यारे देशवासियों, महाभारत के युद्ध के समय, भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को कहा था – ‘नभः स्पृशं दीप्तम्’ यानि गर्व के साथ आकाश को छूना। ये भारतीय वायुसेना का आदर्श वाक्य (Indian Air Force Motto) भी है। मां भारती की सेवा में लगे अनेक जीवन आकाश की इन बुलंदियों को रोज गर्व से छूते हैं, हमें बहुत कुछ सिखाते हैं। ऐसा ही एक जीवन रहा ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह (Group Captain Varun Singh) का..
वरुण सिंह (Varun Singh) भी मौत से कई दिन तक जांबाजी से लड़े, लेकिन फिर वो भी हमें छोड़कर चले गए। वरुण सिंह (Varun Singh), उस हेलीकॉप्टर को उड़ा रहे थे, जो इस महीने तमिलनाडु (Tamil Nadu) में हादसे का शिकार हो गया। उस हादसे में, हमने, देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत (CDS General Bipin Rawat) और उनकी पत्नी समेत कई वीरों को खो दिया। वरुण सिंह (Varun Singh) जब अस्पताल में थे, उस समय मैंने सोशल मीडिया पर कुछ ऐसा देखा, जो मेरे हृदय को छू गया।
पीएम मोदी (PM Modi) ने कहा कि इस साल अगस्त में वरुण सिंह (Varun Singh) को शौर्य चक्र (Shaurya Chakra) दिया गया था। इस सम्मान के बाद उन्होंने अपने स्कूल के प्रिंसिपल को एक चिट्ठी लिखी थी। वो चाहते थे कि जिस स्कूल में वो पढ़े, वहां के विद्यार्थियों की जिंदगी भी एक सेलिब्रेशन बने। इस चिट्ठी को पढ़कर मेरे मन में पहला विचार यही आया कि सफलता के शीर्ष पर पहुंच कर भी वे जड़ों को सींचना नहीं भूले। जब उनके पास सेलिब्रेट करने का समय था, तो उन्होंने आने वाली पीढ़ियों की चिंता की। अपने पत्र में वरुण सिंह (Varun Singh) ने अपने पराक्रम का बखान नहीं किया बल्कि अपनी असफलताओं की बात की। कैसे उन्होंने अपनी कमियों को काबिलियत में बदला, इसकी बात की।