नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार बाल पुरस्कार विजेताओं के साथ बातचीत की। इस दौरान उन्होंने कहा कि कोरोना ने निश्चित तौर पर सभी को प्रभावित किया है। लेकिन मैंने देखा है कि देश के बच्चे, देश की भावी पीढ़ी ने इस महामारी से मुकाबला करने में अहम भूमिका निभाई है।
पीएम मोदी ने बाल पुरस्कार विजेता बच्चों को बधाई देते हुए कहा कि आपकी तरह मैं भी आपसे मिलने का इंतजार कर रहा था लेकिन कोरोना की वजह से हमारी वर्चुअल मुलाकात हो रही है। बता दें कि, 63 सालों के बाद पहली बार गणतंत्र दिवस की परेड में बहादुर बच्चे इसका हिस्सा नहीं होंगे।
1957 से यह सिलसिला लगातार चल रहा था, लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण इस साल राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार प्राप्त करने वाले बच्चे राजपथ पर नहीं दिखेंगे। पीएम ने उनसे बातचीत करते हुए कहा कि आपको जो पुरस्कार मिला है, वो इसलिए भी खास है कि आपने ये सब कोरोना काल में किया है।
इतनी कम उम्र में आपके द्वारा किए काम हैरान करने वाले हैं। पीएम ने कहा कि, आपकी सफलता कई लोगों को प्रेरित करेगी, जब आपके दोस्त, साथी और देश के अन्य बच्चे आपको देखेंगे तो वह भी नए सकंल्प के साथ प्रयास करेंगे। हर बच्चे की प्रतिभा उनका टैलेंट देश का गौरव बढ़ाने वाला है।
मेरा मन है कि आप सभी से बात करता रहूं। आप एक भारत-श्रेष्ठ भारत की बहुत ही सुंदर अभिव्यक्ति हैं। बता दें कि, सरकार असाधारण योग्यता और उत्कृष्ट उपलब्धियों वाले बच्चों को यह पुरस्कार प्रदान करती है। इस बार ‘बाल शक्ति पुरस्कार’ की विभिन्न श्रेणियों के तहत देशभर के 32 बच्चों को राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2021 दिया गया है।
इसमें कला और संस्कृति के क्षेत्र में 7 पुरस्कार दिए गए हैं, नौ पुरस्कार इनोवेशन के लिए दिए गए हैं और पांच शैक्षिक उपलब्धियों के लिए, सात बच्चों को स्पोर्ट्स कैटेगरी, तीन बच्चों को बहादुरी के लिए और एक बच्चे को समाज सेवा के क्षेत्र में उनके प्रयासों के लिए सम्मानित किया गया है।