नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी ने शनिवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता की है। इस दौरान पीएम मोदी ने अमेरिका में तोड़ी गई महात्मा गांधी की प्रतिमा तोड़े जाने पर खेद व्यक्त किया। इसके साथ ही पीएम ने कहा कि 22 जनवरी को किसानों को दिया गया सरकारी प्रस्ताव अभी भी वही है।
उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन का समाधान बातचीत के जरिए ही निकाला जा सकता है। प्रधानमंत्री ने केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के हवाले से सभी दलों के नेताओं को कृषि कानूनों पर सरकार के रुख की जानकारी दी।
बजट सत्र (2021-22) को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आज सर्वदलीय बैठक हुई। इस बैठक में कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद, तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंद्योपाध्याय, शिवसेना सांसद विनायक राउत और शिरोमणि अकाली दल के बलविंदर सिंह भुंडर ने किसान आंदोलन पर अपना पक्ष रखा।
वहीं, जेडीयू का प्रतिनिधित्व कर रहे राज्यसभा सांसद आरसीपी सिंह ने कृषि कानूनों का समर्थन किया। बैठक के बारे में जानकारी देते हुए केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा, सरकार और किसानों की 11वीं बैठक में हमने कहा कि सरकार चर्चा के लिए तैयार है।
कृषि मंत्री ने कहा था कि वह सिर्फ एक फोन कॉल दूर हैं। जब भी आप एक कॉल देते हैं तो वह चर्चा के लिए तैयार होते हैं। यह अभी भी अच्छा बना है। सर्वदलीय बैठक में पीएम ने यही कहा। सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री ने कहा, नरेंद्र सिंह तोमर ने किसानों से जो कहा, उसे हम दोहराना चाहते हैं।
हमने कहा कि हम आम सहमति तक नहीं पहुंच रहे हैं, लेकिन हम आपको प्रस्ताव दे रहे हैं और आप (किसान) विमर्श कर सकते हैं। मैं सिर्फ एक फोन कॉल की दूरी पर हूं। सरकार का प्रस्ताव अब भी वही है। कृपया इसे अपने अनुयायियों तक पहुंचाएं। इसका समाधान बातचीत के जरिए ही निकलेगा। हम सभी को राष्ट्र के बारे में सोचना होगा।