आईएमए की पासिंग आउट परेड (IMA Passing Out Parade) के मौके पर शनिवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) ने परेड की सलामी ली। इस दौरान कैडेट्स को संबोधित करते हुए उन्होंने सीडीएस जनरल बिपिन रावत (CDS General Bipin Rawat) को याद करना नहीं भूले।
देहरादून। आईएमए की पासिंग आउट परेड (IMA Passing Out Parade) के मौके पर शनिवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) ने परेड की सलामी ली। इस दौरान कैडेट्स को संबोधित करते हुए उन्होंने सीडीएस जनरल बिपिन रावत (CDS General Bipin Rawat) को याद करना नहीं भूले। रामनाथ कोविंद ( Ram Nath Kovind)ने कहा कि हमारे देश का झंडा हमेशा ऊंचा ही रहेगा क्योंकि, सीडीएस जनरल बिपिन रावत (CDS General Bipin Rawat) जैसे वीर बहादुर यहीं से प्रशिक्षित होकर निकले थे। उन्होंने कहा कि मुझे यह देखकर खुशी हो रही है कि 387 जेंटलमैन कैडेट जल्द ही अपनी वीरता और ज्ञान की यात्रा पर निकलेंगे।
भारतीय सेना का हिस्सा बने 319 जवान
पासिंग आउट परेड के बाद 319 कैडेट भारतीय सेना का हिस्सा बन गए। इसी के साथ 68 विदेशी कैडेट भी पास हुए। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) ने कहा कि अफगानिस्तान, भूटान, मालदीव, म्यांमार, नेपाल, श्रीलंका, ताजिकिस्तान, तंजानिया, तुरमेकिनिस्तान और वियतनाम के कैडेट होने पर भारत को गर्व है।
आईएमए (IMA) गीत भारत माता तेरी कसम, तेरे रक्षक बनेंगे हम… पर कदमताल करते जेंटलमैन कैडेट शनिवार को ड्रिल स्क्वायर पर पहुंचे, तो लगा कि वीरता और शौर्य का विशाल सागर उमड़ आया हो। एक साथ उठते कदम और गर्व से तने सीने दर्शक दीर्घा में बैठे हरेक शख्स के भीतर ऊर्जा का संचार कर रहे थे।
शनिवार को देहरादून स्थित भारतीय सैन्य अकादमी (IMA) में अंतिम पग भरते ही 319 नौजवान भारतीय सेना का हिस्सा बन गए। इसके साथ ही 68 विदेशी कैडेट भी पास आउट हुए। इस दौरान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने परेड की सलामी ली।
सुबह आठ बजकर 50 मिनट पर मार्कर्स कॉल के साथ परेड का आगाज हुआ। कंपनी सार्जेट मेजर प्रफुल्ल शर्मा, धनंजय शर्मा, अमित यादव, जय मेरवाड, आश्य ठाकुर, प्रद्युमन शर्मा, आदित्य जानेकर व कर्मवीर सिंह ने ड्रिल स्क्वायर पर अपनी-अपनी जगह ली।
आठ बजकर 55 मिनट पर एडवांस कॉल के साथ ही सीना ताने देश के भावी कर्णधार असीम हिम्मत और हौसले के साथ कदम बढ़ाते हुए परेड के लिए पहुंचे। इसके बाद परेड कमांडर अनमोल गुरुंग ने ड्रिल स्क्वायर पर जगह ली। कैडेट्स की शानदार मार्चपास्ट से दर्शक दीर्घा में बैठा हर एक शख्स मंत्रमुग्ध हो गया।
राष्ट्रपति ने कैडेटों को ओवरऑल बेस्ट परफार्मेंस व अन्य उत्कृष्ट सम्मान से नवाजा। अनमोल गुरुंग को स्वाॅर्ड ऑफ ऑनर व स्वर्ण पदक प्रदान किया गया। तुषार सपरा को रजत व आयुष रंजन को कांस्य पदक मिला। कुणाल चौबीसा ने सिल्वर मेडल (टीजी) हासिल किया। सर्वश्रेष्ठ विदेशी कैडेट भूटान के सांगे फेनदेन दोरजी चुने गए।
चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ बैनर केरेन कंपनी को मिला। इस दौरान उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Uttarakhand Chief Minister Pushkar Singh Dhami) ,आरट्रैक कमांडर ले जनरल राज शुक्ला, आईएमए कमांडेंट ले. जनरल हरिंदर सिंह (IMA Commandant Lt. General Harinder Singh) , डिप्टी कमांडेंट मेजर जनरल आलोक जोशी समेत कई वरिष्ठ सैन्य अधिकारी मौजूद थे। सीडीएस के निधन पर घोषित राजकीय शोक के चलते अकादमी को बीते दिन कमांडेंट परेड (फुल ड्रेस रिहर्सल परेड) को स्थगित करना पड़ा था। इसके साथ ही मुख्य पासिंग आउट परेड (Passing Out Parade)की पूर्व संध्या पर आयोजित होने वाले दो अन्य कार्यक्रम भी रद्द करने पड़े। पीओपी को भी सादगी से आयोजित करने का निर्णय लिया गया।