ज्येष्ठ पूर्णिमा का व्रत जीवन में सुख और समृद्धि के लिए किया जाता है। इस विशेष दिन चंद्र देव की पूजा की जाती है। ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार इस दिन चंद्रमा की पूजा करने से ग्रह दोष समाप्त होते है।
Purnima June 2022 Date, Tithi : ज्येष्ठ पूर्णिमा का व्रत जीवन में सुख और समृद्धि के लिए किया जाता है। इस विशेष दिन चंद्र देव की पूजा की जाती है। ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार इस दिन चंद्रमा की पूजा करने से ग्रह दोष समाप्त होते है। धार्मिक मान्यता के अनुसार इस दिन भगवान सत्यनारायण की पूजा का विधान है। पंचांग के अनुसार इस बार ज्येष्ठ पूर्णिमा की तिथि 13 जून, सोमवार, रात 09 बजकर 02 मिनट से शुरू होगी। ज्येष्ठ पूर्णिमा की तिथि की समापन 14 जून, मंगलवार, शाम 05 बजकर 21 मिनट पर होगा। उदया तिथि के हिसाब से ये व्रत 14 जून को रखा जाएगा।
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार,ज्येष्ठ पूर्णिमा पर स्नान और दान करने का महत्व है। इस दिन प्रात:काल से ही स्नान और दान कर सकते हैं क्योंकि सुबह से ही साध्य योग प्रारंभ है. यह योग मांगलिक कार्यों के लिए शुभ होता है। मान्यता है कि ज्येष्ठ पूर्णिमा पर स्नान और दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है। ऐसे में आप इस दिन प्रात:काल से ही स्नान और दान कर सकते हैं क्योंकि सुबह से ही साध्य योग प्रारंभ है। यह योग मांगलिक कार्यों के लिए शुभ होता है।