आज का यह अवसर इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि आज ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में छह वर्ष पूरे कर रहे है। वे प्रदेश के सबसे अधिक समय तक लगातार मुख्यमंत्री बने रहने का डॉ. संपूर्णानंद जी का रिकार्ड पहले ही तोड़ चुके है। रक्षामंत्री ने कहा कि, कानून एवं व्यवस्था के मुद्दे पर जिस तरह से योगीजी ने काम किया है उससे आप परिचित हैं। मैं किसी न्यूज पोर्टल पर देख रहा था।
Lucknow News: रक्षामंत्री राजनाथ सिंह (Defense Minister Rajnath Singh) लखनऊ दौरे पर हैं। उन्होंने लखनऊ में 1,450 करोड़ की 352 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि, आज यहां हम सब लखनऊ (Lucknow) में करीब दो हज़ार करोड़ रूपए से भी अधिक विकास कार्यों और जनसुविधाओं के लोकार्पण एवं शिलान्यास के अवसर पर एकत्रित हुए है। अभी कुछ दिनों पहले ही होली के रंग में आप-सब सराबोर थे। आज लखनऊ विकास के रंग में रंगा हुआ है।
आज का यह अवसर इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि आज ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी (Chief Minister Yogi Adityanath) उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री के रूप में छह वर्ष पूरे कर रहे है। वे प्रदेश के सबसे अधिक समय तक लगातार मुख्यमंत्री बने रहने का डॉ. संपूर्णानंद जी का रिकार्ड पहले ही तोड़ चुके है। रक्षामंत्री ने कहा कि, कानून एवं व्यवस्था के मुद्दे पर जिस तरह से योगीजी ने काम किया है उससे आप परिचित हैं। मैं किसी न्यूज पोर्टल पर देख रहा था।
शीर्षक लगा था ‘अब तक 63’। पता चला कि पिछले छह वर्षों में उत्तर प्रदेश पुलिस ने 63 दुर्दान्त अपराधियों को समाप्त करने में कामयाबी हासिल की है। जिस रफ्तार से सफ़ाई का काम चल रहा है लगता है सेंचुरी भी पूरी हो जाएगी। भय और अपराध के वातावरण से मुक्त होकर आज उ.प्र. की जनता वन ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने का सपना पाल चुकी है। रोड मैप बन रहा है। काम भी साथ-साथ चल रहा है।
रक्षामंत्री ने कहा कि, आज लखनऊ समेत पूरा उत्तर प्रदेश विकास और कल्याणकारी योजनाओं का साक्षी बन रहा है। आज जिन विकास परियोजनाओं का लोकार्पण हो रहा है उनमें कई सड़कों, ट्रीटमेंट प्लांट, सीवर लाईनस तथा अनेक नगरीय सड़कों और सर्विस रोड़ का लोकार्पण हो रहा है। उन्होंने कहा कि, आज के आईआइएम रोड़ से एक ग्रीन कोरीडोर बनाने का शिलान्यास किया जा रहा है जो शहीद पथ और किसान पथ से भी जोड़ दिया जाएगा। यह नए लखनऊ के लिए एक तरह से सेंट्रल कारिडोर का स्वरूप लेगा। ‘क्लीन और ग्रीन लखनऊ’ की परिकल्पना में यह प्रोजेक्ट बहुत ही महत्वपूर्ण साबित होगा।